Chandigarh/Atulyaloktantra News : हरियाणा सरकार ने विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाने को लेकर उपजे संशय पर अब विराम लगाते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव अपने तय समय पर ही होंगे। आज हर किसी की निगाह कैबिनेट की बैठक पर टिकी हुई थी जो दोपहर बाद 2 बजे खत्म हुई तो इन अटकलों पर फुलस्टॉप लग गया।
हालांकि हरियाणा में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाने को लेकर पिछले कई दिन से राजनैतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई थी। इस मसले पर राजनीति उस वक्त और गर्मा गई, जब गुरुवार रात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात करने पहुंच गए। एक तरफ राजनैतिक जानकारों के अनुसार 9 मार्च को लोकसभा चुनाव का ऐलान होने की संभावना है, वहीं मुख्यमंत्री के राज्यपाल से अचानक मिलने की वजह से कयास लगाए जा रहे थे कि जरूर वह हरियाणा विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाने के संबंध में ही बैठक करेगें।
गुरुवार रात करीब साढ़े 8 बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे। मुख्यमंत्री करीब 10 बजे तक राजभवन में रहे। इस दौरान चर्चाएं शुरू हो गई कि मुख्यमंत्री राज्यपाल को शुक्रवार को विधानसभा भंग करने के फैसले की सूचना देने गए, लेकिन मुख्यमंत्री के लौटते ही पता चला कि उन्होंने तीन नए राज्य सूचना आयुक्तों के शपथ ग्रहण समारोह के लिए राज्यपाल से अनुरोध किया है, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार करते हुए राजभवन में शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह रख दिया।
सूत्रों के अनुसार राज्यपाल से मुलाकात करने से पहले मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट के कुछ मंत्रियों के साथ भी चर्चा की। भाजपा सूत्रों का कहना है कि राज्य में चर्चाएं भले ही कुछ भी चलती रहें, लेकिन कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला नहीं लिया जाएगा। सरकार के पास करीब एक दर्जन मसौदे हैं, जिन पर फैसले लिए जाएंगे। सूत्रों की मानें तो कई मंत्री नहीं चाहते थे कि विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के साथ हों और इसका कारण है कि तीन से चार मंत्री लोकसभा चुनाव लडऩा चाहते हैं और ऐसे में वो नहीं चाहते थे कि दोनों चुनाव एक साथ करवाए जाएं और आज उन्ही मंत्रियों की चली है।