Palwal (ATULYA LOKTANTRA) : Mukesh Baghel /श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग के तत्वाधान में एससी,एसटी,ओबीसी प्रकोष्ट द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत रतन डॉ. बी. आर. अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर ऑनलाइन माध्यम से विचार गोष्टी का आयोजन किया गया| विचार गोष्ठी का विषय वर्तमान परिप्रेक्ष्य में डॉ. बी. आर. अंबेडकर के विचारों की प्रासंगिकता रहा| विचार गोष्ठी के दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में यूजीसी के संयुक्त सचिव डॉ. जी. एस. चौहान रहे, मुख्य अतिथि के तौर पर कुलपति एसवीएसयू श्री राज नेहरू रहे वही विशिष्ट वक्ता के रूप में कुलसचिव प्रो आर. एस. राठौर एवं डीन अकादमिक प्रो ज्योति राणा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. जी. एस. चौहान ने कहा कि डॉ. बी. आर. अंबेडकर जी ने हमेशा शोषितों, महिलाओं, मजदूरों के जीवन उत्थान के लिए काम किया| उन्होंने एक ऐसे भारत की कल्पना की जहां सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया गया। डॉ. चौहान ने कहा की उन्होंने देश का संविधान बनाया वह बहुत विद्वान थे| हमेशा डाउन टू अर्थ रहे, बहुत परेशानियां उठाई लेकिन कभी हार नहीं मानी| उसी का परिणाम रहा की बाद में सब उनके प्रशंसक बने| उन्होंने महिलाओं के हक की बात की उनका स्वपन्न आज पूरा हो रहा है| उनके द्वारा लिखित संविधान आज विश्व का सबसे शक्तिशाली संविधान है|
एसवीएसयू के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि दुनिया का सबसे बेहतरीन संविधान डॉ. अंबेडकर की अध्यक्षता में तैयार किया गया। श्री राज नेहरू ने कहा की डॉ. अम्बेडकर के विचार समाज में बेहतर दिशा प्रदान करते हैं | समाज का ढांचा खड़ा करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है| उन्होंने कहा की डॉ. अम्बेडकर का सविंधान इतना शक्तिशाली है की वह राष्ट्र को नई दिशा प्रदान कर रहा है | उन्होंने कहा की समाज की उन्नति देखने के लिए महिलाओं की प्रगति देखना जरूरी है|
कार्यक्रम में विशेष वक्ता प्रो. आर. एस. राठौर ने कहा की हम सब भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है की डॉ. बी. आर. अम्बेडकर जैसी शख़्सियत हमारे राष्ट्र में पैदा हुए| उनकी अलग-अलग नौ भाषाओं पर पकड़ थी एवं 64 अलग-अलग विषयों की उन्होंने शिक्षा ग्रहण की हुई थी| सामाजिक समरसता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा|
डीन अकादमिक प्रो ज्योति राणा ने कहा की हमें डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए| उन्होंने कहा की डॉ. अम्बेडकर की शिक्षा हमें इस ओर इशारा करती है की शिक्षा का महत्व जीवन में बहुत सारे बदलाव लाता है|
डीन डीएसडब्ल्यू प्रो निर्मल सिंह ने इस दौरान विचार गोष्ठी से सम्बंधित जानकारी दी एवं विशिष्ट अतिथि को सभी से परिचित करवाया | डॉ. प्रीती ने बेहतर मंच संचालन किया| कार्यक्रम में आईटी टीम से डॉ. रविंद्र, श्री प्रवीण, श्री प्रवीण परासर ने बेहतर योगदान दिया| कार्यक्रम आयोजन में डॉ. जयपाल, श्री प्रवीण स्किल इंस्ट्रक्टर, श्री गुरदीप, सुश्री भारती की भूमिका महत्वपूर्ण रही| इस दौरान सभी शैक्षणिक स्टाफ, प्रशासनिक स्टाफ एवं विद्यार्थी मौजूद रहे ।
डॉ. अम्बेडकर हमें दूर तक सोचना सिखाते हैं – राज नेहरू
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