Faridabad/Atulyaloktantra : अरावली के पहाड़ कुछ लोगों के लिए सोना उगल रहे हैं और अब भी जगह-जगह पर जमकर अवैध खनन हो रहा है। यह जानकारी एडवोकेट एल.एन पाराशर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी. बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल.एन पाराशर कहा कि रविवार को पाली-सूरजकुंड रोड के आस-पास अरावली का दौरा किया। एक जगह पर मैंने देखा कि कुछ लोग बाकायदा बोर्ड लगाकर खुलेआम पत्थर बेंच रहे है जिसे देख मैं हैरान रह गया, क्योंकि मुझे पता चला कि ये लोग यहीं के पहाड़ों से पत्थर निकालते हैं और उसे मंहगे दामों पर बेंचते हैं। पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद-सूरजकुंड रोड के किनारे ये पत्थर बिक रहे है जबकि रोड से थोड़ा अंदर अरावली के जंगलों में जाने पर अवैध खनन भी जारी है।
उन्होंने कहा कि रोड से काफी अंदर जाने पर पहाड़ के किनारे आलीशान फ़ार्म हाउस बने हैं जो पत्थर तोड़कर बनाये गए हैं। उन्होंने कहा कि ये फ़ार्म हॉउस ज्यादा पुराने भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अरावली पर हर तरीके का गलत काम हो रहा है और कुछ लोग अपने फायदे के लिए अरावली का चीरहरण कर रहे हैं और संभव है ये खनन अधिकारियों से मिलकर ऐसा कर रहे हों। उन्होंने कहा कि जहा अवैध खनन पर रोक लगी हो, वहां सरेआम पत्थर बिकना बिना अधिकारियों की मिलीभगत से संभव नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि मैं खनन विभाग को पूरे सबूत भेज रहा हूँ और अगर पत्थर और खनन माफियाओं पर एक हफ्ते के भीतर कार्यवाही नहीं की गई तो मैं खनन और वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट जाऊंगा। पाराशर ने कहा कि सूरजकुंड-पाली और फरीदाबाद-सूरजकुंड रोड के आसपास जमकर अवैध खनन और अवैध निर्माण जारी हैं। माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। अगर माफियाओं पर आगे भी कोई कार्यवाही नहीं की गई तो फरीदाबाद जिले में अरावली क्षेत्र का नामो निशान मिट जाएगा और माफिया पूरे पत्थर बेंचकर खा जाएंगे और अरावली पर बड़े-बड़े होटल एवं इमारते नजर आएंगी और फरीदाबाद की जनता और ज्यादा प्रदूषण झेलेगी। उन्होंने कहा कि माफियाओं की पहुँच शायद बहुत ऊपर तक है तभी उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।