फरीदाबाद: सनफ्लैग अस्पताल को सरकार द्वारा प्राईवेट हाथों में देने की साजिश की जा रही है। सरकारी भूमि और बिल्डिंग को सामाजिक कार्यों के लिए प्रयोग में लाने की बजाय इसका बंदरबांट करने का प्रयास किया जा रहा है। फरीदाबाद स्थित सनफ्लैग अस्पताल वर्षों पूर्व एक ट्रस्ट द्वारा निर्मित कराया गया था। बाद में जब ट्रस्ट इसे संचालित करने में अक्षम साबित हुआ तो इसे हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के हवाले किया गया। इसके बाद इस जमीन को निजी हाथों में सौंपने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। इसको लेकर फरीदाबाद के नागरिकों में रोष है और उनके द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि इससे निजी हाथों में सौंपने की बजाए यहां सिविल अस्पताल का निर्माण कराया जाए। यहां अस्पताल बनाकर मध्यमवर्गीय व गरीब लोगों की जरूरतों के हिसाब से चिकित्सा सेवाएं मुहैया करवाई जानी चाहिए।
बता दें कि फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र, बल्लभगढ़ और तिगांव या नेशनल हाईवे के सेक्टर्स एरिया, ओल्ड फरीदाबाद में कोई भी अच्छा सरकारी अस्पताल नहीं है, जबकि इस क्षेत्र में स्लम बस्तियां व कालोनियां भी आती है, ऐसे में सनफ्लैग अस्पताल एक बेहतर विकल्प बन सकता है कि यहां अच्छा आधुनिक सिविल अस्पताल बनाकर इसे सरकार स्वयं अपनी देखरेख में चलाए। कोरोना महामारी में जिस प्रकार से निजी अस्पतालों ने मरीजों के साथ लूट खसोट मचाई है, वह किसी से छुपी नहीं है, इलाज के नाम पर इन अस्पतालों ने लोगों की खून पसीने की कमाई को हड़पने का काम किया है, लेकिन अब जब सनफ्लैग अस्पताल सरकार ने रिज्यूम किया हुआ है और ये अब गर्वमेंट प्रापर्टी है तो सरकार का यह दायित्व बनता है कि वह इसे एक अच्छे गर्वमैंट अस्पताल के रूप में विकसित कर इसे सरकारी अस्पताल बनाएं, जहां कोविड अस्पताल के साथ-साथ अन्य इलाज की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई। शहर की अनेकों सामाजिक संस्थाएं भी इस अस्पताल को टेकओवर करने को तैयार है और यहां बेहतर चिकित्सा सेवाएं लोगों को मुहैया करवाने के लिए सरकार से मांग की जा रही है, इसलिए सरकार को आमजन मानस की भावनाओं को समझते हुए इस अस्पताल को सरकारी अस्पताल में तब्दील करके यहां उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाई जानी चाहिए, जिससे कि लोगों को राहत मिल सके।
सनफ्लैग अस्पताल को निजी हाथों में सौंपने की साजिश
Leave a comment
Leave a comment