Faridabad/Atulyaloktantra News : भ्रष्टाचार मुक्त शासन और प्रशासन देने की बात कहने वाली मनोहर सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग के अध्यक्ष और सदस्य की नियुक्ति पर बड़ा भ्रष्टाचार होने की संभावना जताते हुए एक आवेदक ने आरोप लगाते हुए पद्मश्री डॉ. ब्रहम दत्त एडवोकेट को शिकायत दी। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा सीडब्ल्यूसी में हरियाणा भर में चेयरमैनों की नियुक्ति की गई है।
उन नियुक्तियों में उन्हें बड़े भ्रष्टाचार किए जाने का पूरा अंदेशा है। उन्होंने बताया कि ‘महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 22 जनवरी को एक पत्र क्रम संख्या 3047-67/ सीडब्ल्यू-2/ डब्ल्यूसीडी/ 2019 उनके पास आया, जिसमें बताया गया कि सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष और सदस्य जे.जे. बोर्ड के रिक्त पदों को भरा जा चुका है। जिसको लेकर विभाग द्वारा विभिन्न समाचार पत्रों में 22 दिसम्बर 2018 को विज्ञापन दिया गया था और आवदेन पत्र जमा करने की तिथि 15 जनवरी 2019 रखी गई थी। विभाग द्वारा जिसकी तारीख बढ़ाकर 25 जनवरी 2019 कर दी गई थी।
जिसकी घोषणा का शुद्धि पत्र समाचार पत्रों में 23 जनवरी 2019 को प्रकाशित किया जा चुका था और साइट पर भी अपलोड किया गया था।’ उपरोक्त पत्र में यह नहीं दर्शाया गया कि 16 दिसम्बर 2018 को भी आवेदकों के साक्षात्कार रखे गए थे। 16 दिसम्बर 2018 को जिन आवेदकों ने साक्षात्कार दिया था और उन आवेदकों के साक्षात्कार का जिक्र विभाग द्वारा पत्र और विज्ञापन में न किया जाना और विज्ञापन और साक्षात्कार की तारीख में मात्र तीन दिन का समय देना बड़े भ्रष्टाचार को छुपाने का उन्हें पूरा अंदेशा है।
आवदेक ने बताया कि उन आवेदकों ने 16 दिसम्बर 2018 को साक्षात्कार दिया था, उन्हें अधिकारियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है। हालांकि विभाग द्वारा इससे पहले भी साक्षात्कार रखे गए थे और उनकी अंतिम तारीख 20 सितम्बर 2018 रख दी गई थी। उसके बाद विभाग द्वारा फिर से विज्ञापन 22 दिसम्बर 2018 को दिया गया।
यह उपरोक्त आरोप लगाते हुए एक आवेदक ने आरटीआई एक्टिविस्ट संस्था में गुहार लगाई है। संस्था के संस्थापक डॉ. ब्रहम दत्त ने कहा कि सरकार ने सही आवेदकों को न चुन कर भ्रष्टाचार और भाई-भतिजावाद की नीति अपनाते हुए अपने चहेतों को पूरे हरियाणा में चेयरमैनी और सदस्य पद बांटे है।