Faridabad/Atulya Loktantra : 2016 से जर्जर पड़ी हुई पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज की ईमारत के शिलान्यास के मौके पर आज एनएसयूआई के पदाधिकारियों एवं छात्रों ने अपनी खुशी का इजहार किया तथा आमरण अनशन की बची हुई माँगो को लेकर उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद समस्त छात्र छात्राओं ने लड्डू खिलाकर तथा फूल माला पहनाकर एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री का धन्यवाद किया क्योंकि 2016 से ही वो इस ईमारत के निर्माण को लेकर लगातार प्रयासरत थे और आज शिलान्यास के बाद यह माँग पूरी हुई है।
इस दौरान एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने समस्त छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2016 में पीडब्ल्यूडी ने नेहरू कॉलेज की ईमारत को जर्जर घोषित किया था तभी से एनएसयूआई ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लगातार धरने प्रदर्शन किए है। अत्री ने कहा कि पिछले 3 सालों के संघर्ष के चलते सरकार ने एनएसयूआई और छात्रों की इस मुख्य माँग पर मोहर लगाई है। अब नेहरू कॉलेज की 6 मंजिला ईमारत का निर्माण अगले 18 महीनों में 48 करोड़ की लागत से होगा तथा 6500 बच्चें बैठने की जगह होगी तथा इसके बाद दूसरी ईमारत तैयार होगी जिसके बनने के बाद 15000 छात्रों के बैठने की जगह होगी। उन्होंने बताया कि एनएसयूआई के संघर्ष के चलते हुए यह कॉलेज हरियाणा में सबसे बड़ा कॉलेज होगा जिसमें एक साथ 15000 छात्र छात्रा पढ़ सकेंगे।
इस मौके पर जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर अजित त्यागी, छात्र नेता दुर्गेश दुग्गल, विवेक शर्मा, विशाल वशिष्ठ, राहुल वर्मा, आकाश झा, अंकित, रवि दीक्षित, विक्रम यादव, अमन पंडित, अनिल, अजय, सुनील, सुमित कुमार, राजू, रोहित डागर, खुशबू चौधरी, प्रिया मिश्रा आदि मौजूद थे।