Faridabad: फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दिल्ली में चल रहे लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने गिरोह में शामिल 7 लोगों के खिलाफ जफराबाद थाने में प्री नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक एक्ट 1996 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
CMO के अनुसार गिरोह में शामिल लोग महिलाओं को दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के सेंटरों में लेकर जाते है और लिंग जांच गर्भपात करवाते हैं। इसके बदले ये गिरोह महिलाओं से 10 से 30 हजार रुपए तक वसूल करता हैं।
CMO डॉ. रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि कार्यालय को लगातार सूचना मिली रही थी कि कुछ लोग फरीदाबाद से गर्भवती महिलाओं के लिंग जांच व गर्भपात रैकेट चला रहे हैं। ये रैकेट महिलाओं को दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद सेंटरों पर ले जाते हैं। लिंग जांच के लिए महिलाओं से 10 से 30 हजार रुपए तक वसूलते हैं। CMO ने बताया कि इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए डिप्टी CMO डॉ. हरीश आर्य के नेतृत्व में टीम बनाई गई।
टीम ने ऐसे पकड़ा रैकेट
CMO ने बताया कि इस गिरोह को रंगे हाथों पकड़ने के लिए टीम ने 4 माह की एक गर्भवती महिला को नकली ग्राहक बनाकर भेजा। रैकेट के सदस्यों ने महिला को 9 हजार रुपए लेकर काम करने का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला को 12 हजार रुपए देकर भेजा। गिरोह के सदस्यों ने महिला को दिल्ली स्थित मौजपुर मेट्रो स्टेशन पर बुलाया। यहां से गिरोह की सदस्य रेनू वर्मा महिला को मौजपुर क्षेत्र के किराए के एक घर में ले गई, जहां एक टॉयलेट पोर्टेबल मशीन लगा था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शाहदरा टीम के साथ मकान में छापेमारी कर गिरोह की सदस्य रेनू वर्मा को दबोच लिया। टीम ने टॉयलेट पोर्टेबल मशीन भी बरामद कर ली है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेनू वर्मा, किशोर, गौरव पंडित, अंकित, पंकज, कपिल व प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।