इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स के बाद भारत की विविधता को लेकर बयान दिया। पित्रोदा ने कहा कि भारत में ईस्ट के लोग चाइनीज और साउथ वाले अफ्रीकन दिखते हैं।
बयान देने के कुछ ही देर बाद कांग्रेस ने इससे किनारा कर लिया। कांग्रेस ने कहा कि भारत की विविधता की ये परिभाषा मंजूर नहीं है। यह गलत है।
जब बयान सामने आया, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना के वारंगल में सभा कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘शहजादे के फिलॉसफर ने चमड़ी के आधार पर देशवासियों का अपमान किया। गाली दी।’
पित्रोदा का इंटरव्यू, भारत में हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है
सैम पित्रोदा ने अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में विविधता पर बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘हम 75 साल बहुत खुशहाल माहौल में रहे हैं। लोग इधर-उधर के झगड़ों को छोड़कर एक साथ रहते थे। हम भारत जैसे विविधता वाले देश को एक साथ रख सकते हैं। यहां हम सभी भाई-बहन हैं।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा- हम सभी अलग-अलग भाषाओं, धर्मों, रीति-रिवाजों और खाने का सम्मान करते हैं। यही वह भारत है जिसमें मैं विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए एक जगह है। यहां हर कोई एक-दूसरे के लिए थोड़ा-बहुत समझौता करता है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज मैं बहुत गुस्से में हूं। लोग मुझे गाली दें तो मैं गाली सह लेता हूं; लेकिन शहजादे के फिलॉसफर ने इतनी बड़ी गाली दी है कि मेरे मन में गुस्सा भर गया है।’
मोदी ने कहा, ‘क्या मेरे देश में चमड़ी का रंग देखकर लोगों की योग्यता तय होगी। चमड़ी के रंग का खेल खेलने का हक शहजादे को किसने दिया है। संविधान सर पर लेकर नाचने वाले लोग मेरे देश का अपमान कर रहे हैं।’
4 राजनीतिक दलों ने पित्रोदा के बयान पर क्या कहा…
जयराम रमेश (कांग्रेस): सैम पित्रोदा ने भारत की विविधताओं की जो उपमाएं दी हैं, वह गलत और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।
संजय सिंह (AAP): जहां तक सैम पित्रोदा के बयान का सवाल है, उस तरह के बयान का कहीं दूर-दूर तक INDIA गठबंधन का कोई भी व्यक्ति समर्थन नहीं करता है।