Faridabad/Atulya Loktantra : हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल कांफ्रेंस के प्रदेश अध्यक्ष एसएस गुसाई ने अपने डिवाइन पब्लिक स्कूल में शिक्षा सत्र 2020 – 21 में नर्सरी व अन्य कक्षाओं में दाखिला लेने वाले 60 छात्रों के अभिभावकों से ” पढ़ाई नहीं तो फीस नहीं ” के सिद्धांत के अनुसार अप्रैल- मई-जून की फीस न लेने और जुलाई महीने में पढ़ाई शुरू करने पर ही मासिक आधार पर फीस लेने का फैसला लिया है। इस स्कूल के पुराने छात्रों को कोई भी राहत प्रदान नहीं की गई है।उनसे अप्रैल की फीस जमा कराने को कहा गया है।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इस छोटी पहल का भी स्वागत करते हुए अन्य प्राइवेट स्कूलों के संचालकों से भी ऐसा करने को कहा है । डीपीएस , एमबीएन ,मानव रचना मॉडर्न डीपीएस , ग्रैंड कोलंबस डीएवी , आदि स्कूलों के संचालकों ने नए दाखिले में 6 महीने पहले जो 50हजार से सवा लाख रुपए अभिभावकों से एडवांस में बैंक में जमा कराकर ब्याज कमाया है उनसे अभिभावक एकता मंच ने कहा है कि वह ऐसे अभिभावकों को पैसा वापस करें। शिक्षा नियमावली 2003 के नियमों के तहत कोई भी स्कूल प्रबंधक नए दाखिले में एडवांस के रूप मे फीस व फंड्स नहीं ले सकता है सिर्फ दाखिला देकर रजिस्ट्रेशन के नाम पर टोकन अमाउंट 500-1000 रुपए ले सकता है। जिन जिन स्कूलों ने एडवांस में हजारों रुपए लेकर गैरकानूनी कार्य किया है उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए मंच ने पहले ही चेयरमैन एफएफआरसी कम मंडल आयुक्त फरीदाबाद को पत्र लिख रखा है । जिस पर अभी तक कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की गई है मंच ने प्रिंसिपल सेक्रेट्री शिक्षा को पत्र लिखकर एफएफआरसी के रवेये की शिकायत की है । मंच ने कहा है कि शहर का सिर्फ एक मात्र एंथोनी पब्लिक स्कूल है जिसने नए दाखिलों में छात्रों का सिलेक्शन करके उनसे एक भी पैसा एडवांस के रूप में नहीं लिया है। मंच इस पहल का भी स्वागत करता है ।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व प्रदेश संरक्षक सुभाष लांबा ने कहा है कि नए दाखिले के लिए पढ़ाई अप्रैल में शुरू होती है लेकिन स्कूल प्रबंधक 5 -6 महीने पहले ही अभिभावकों से एडवांस के रूप में पूरी फीस बैंक में जमा करा लेते हैं और हजारों रुपए ब्याज के रूप में कमाते हैं ।और यदि कोई अभिभावक निर्धारित तारीख को फीस जमा नहीं करा पाता तो उससे 50 से ₹100 प्रतिदिन का जुर्माना वसूलते हैं। वर्तमान हालात में नए दाखिले के बच्चों की पढ़ाई अप्रैल माह में होना असंभव है और जैसे हालात हैं उससे लगता है कि उनकी पढ़ाई जुलाई में ही शुरू होगी यह जानकर ही डिवाइन पब्लिक स्कूल ने यह कदम उठाया है । अब यह देखना बाकी है कि प्राइवेट स्कूलों में वकी यूनियन के अध्यक्ष के इस कदम के बाद अन्य स्कूल संचालक क्या कार्रवाई करते है।