नगर निगम ने गुड़गांव की एक कंपनी से दो साल का करार कर दफ्तरों से निकलने वाले रद्दी कागज को रिसाइकल करके फिर से प्रयोग के योग्य बनाया जाएगा। नगर निगम मुख्यालय से इसकी शुरुआत की गई है। निगम अधिकारियों का कहना है कि इससे निगम के खर्च में भी कमी आएगी और इसके बदले निगम को फ्रेश कागज भी उपलब्ध हो सकेगा।
नगर निगम के कमिश्नर यशपाल यादव ने बताया कि निगम प्रशासन ने निगम प्रशासन ने अपने सभी विभागों के कर्मचारियों केा निर्देश दिए हैं कि वह रद्दी को टोकरी में फेंके जाने वाले कागजों, मैगजीन, न्यूज पेपर नियमानुसार नष्ट करने योग्य पुराना रिकार्ड, पुस्तकें, कार्ड, बोर्ड बॉक्सिस, पुराने फाइल कवर को अब पहले की तरह कूड़ेदानों में न डालें। साथ ही इसके लिए गुरुग्राम की ग्रीनोबिन रिसाइकलिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ दो साल का अनुबंध किया है। यह कंपनी नगर निगम के सभी कार्यालयों और DC कार्यालय से सभी प्रकार से रद्दी (वेस्ट पेपर) एकत्रित करेगी। इसके बदले में कागजों के नए रिम देगी।
यह होगा योजना का लाभ
कमिश्नर के मुताबिक इस योजना का यह लाभ होगा कि जहां वेस्ट पेपर के पुन: उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही लैंडफील साइट पर कागज भी नहीं जाएगा। जलाने छुटकारा मिलेगा। निगम कार्यालयों में कागज एवं स्टेशनरी की खपत पर होने वाले खर्च में भी कमी आएगी। वेस्ट पेपर के बदले नगर निगम को फ्रैश कागज एवं स्टेशनरी मिलेगी। इसकी शुरूआत करने से निगम कार्यालयों में वेस्ट पेपर को रखने की अलग से व्यवस्था की जा रही है।