दो दिन में मिला दस हजार पेरेंट्स का समर्थन
फरीदाबाद। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने लोक डाउन में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मांगी जा रही फीस को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक पत्र उनके ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है जिसका टाइटल दिया गया है ‘मुख्यमंत्री जी पेरेंट्स की मदद करो। लोकडाउन में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अप्रैल मई जून 2021 की मांगी जा रही फीस को माफ कराओ’। मंच ने इस पत्र को लेकर पूरे हरियाणा में एक ट्वीट अभियान चलाया है। दो दिन में इस अभियान से 10 हजार से ज्यादा पेरेंट्स ने जुडक़र अपना सहयोग दिया है और मुख्यमंत्री को रीट्वीट करके मंच की मांगों का समर्थन किया है। हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा व प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा है लॉकडाउन में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों से मांगी जा रही अप्रैल-मई-जून की ट्यूशन,एनुअल चार्ज व अन्य फंडों को माफ करने बारे एक पत्र 24 मई को मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल व उनके मेल पर भेजा गया है पत्र की एक प्रति हरियाणा के सभी विधायकों को भी अभिभावकों के हित में उचित कार्रवाई कराने के लिए भेजी गई है। पत्र में मंच ने मांग की है कि लोकडाउन में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अप्रैल मई जून 2021 की मांगी जा रही फीस को माफ कराया जाए, बाद में स्कूल खुलने पर सिर्फ बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही अभिभावकों से दिलवाई जाए, फीस को लेकर किसी भी छात्र व अभिभावक को हरासमेंट न किया जाए उनके बच्चे का नाम ना काटा जाए। मंच के ट्यूट अभियान को फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित प्रदेश के सभी जिलों के अभिभावकों ने हाथों हाथ लिया है वे मंच के पत्र को आगे मुख्यमंत्री को उचित कार्रवाई हेतु ट्वीट के माध्यम से भेज रहे हैं और अपने क्षेत्र के विधायक से भी मिलकर फीस के मुद्दे पर पेरेंट्स की मदद करने की अपील कर रहे हैं। फरीदाबाद के विधायक नीरज शर्मा और गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला ने मंच की मांगों पर अभिभावकों के हित में फैसला लेने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। मंच ने स्कूल संचालकों से भी आग्रह किया है कि वे लॉकडाउन में अभिभावकों से किसी भी प्रकार की फीस ना वसूलें। जुलाई में अगर स्कूल खुलते हैं तो सिर्फ बिना बढ़ाई गई ट्यूशन फीस ही मासिक आधार पर वसूलें इसके अलावा अन्य किसी फंड में एक भी पैसा ना लें। लॉकडाउन में बिगड़े आर्थिक हालात को देखते हुए अगर कोई पेरेंट्स ट्यूशन फीस भी मासिक आधार पर देने में असमर्थ हैं उनकी ट्यूशन फीस माफ करें। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा है कि कोरोना की इस दूसरी लहर में अभिभावकों की हालत पहले से ज्यादा खराब हो गई है। कोरोना की तीसरी लहर,जो युवाओं के लिए ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है की आशंका को देखते हुए पेरेंट्स पहले से ही अपने बच्चों के स्वास्थ्य व भविष्य को लेकर परेशान हैं ऐसे में स्कूल के फीस नोटिस ने उनको और तनाव में डाल दिया है। अत: स्कूल प्रबंधक पेरेंट्स की मदद करें।
मंच ने चलाया ‘मुख्यमंत्री जी पेरेंट्स की मदद करो’ ट्वीट अभियान
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