मोस्ट वांटेड एवं दो लाख के इनामी बदमाश मनोज मांगरिया को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस इससे उत्तराखंड जाकर फार्च्यनर गाड़ी व पिस्टल बरामद करेगी। रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद 13 अप्रैल को फिर से कोर्ट में पेश करेगी।
बता दें कि बुधवार को वह फरीदपुर गांव में रहने वाली अपनी बहन के घर आया था। तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस पर अमीपुर गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर एवं लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके मनोज भाटी की हत्या करने का आरोप है। पुलिस करीब तीन महीने से इसके पीछे पड़ी थी। गुरुवार को उसे JMIC सीमा की कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने पांच दिन की रिमांड मंजूर करते हुए 13 अप्रैल को दोबारा कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि इस मोस्ट वांटेड से उत्तराखंड ले जाकर वहां से फार्च्यूनर गाड़ी व पिस्टल बरामद करनी है।
इसलिए की थी मनोज भाटी की हत्या
पुलिस सूत्रों का कहना है कि 25 सितंबर 2020 को बंधवाड़ी प्लांट पर कूड़ा डलवाने को लेकर दो गुटों में फायरिंग हुई थी। उसमें मनोज मांगरिया और पवन हरसाना गुट का नाम सामने आया था। चूंकि मनोज भाटी का पवन हरसाना के यहां दूर की रिश्तेदारी भी हैं। इस फायरिंग को लेकर मांगर गांव में ही दोनों गुटों की पंचायत हुई थी। इसमें मनोज भाटी भी शामिल हुए थे।
बताया जाता है पंचायत में मनोज भाटी ने कुछ हस्तक्षेप करने का प्रयास किया था। हत्याकांड से सप्ताह भर पहले मनोज मांगरिया ने मनोज भाटी को फोन कर देख लेने की धमकी दी थी। 23 दिसंबर 2020 को मनोज ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई किलोमीटर तक मनेाज भाटी का गाड़ी में पीछा कर सेक्टर 31 में घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया था। मनाेज के शरीर में नौ गोलियां लगी थी।
12 से अधिक मामले हैं दर्ज
पुलिस के मुताबिक बदरौला गांव निवासी शशि नागर पर 12 से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। करीब आठ साल पहले वह किसी केस के सिलसिले में कोर्ट सेक्टर 12 में जब वह अपने वकील के चैंबर में बात कर रहा था तो उसी दौरान तीन युवक आए। उन्होंने शशि पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। शशि खून से लथपथ होकर वहीं गिर गया। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी दो कारों में बैठकर फरार हो गए थे। उस हत्याकांड में मनोज मांगरिया भी शामिल था। इस हत्याकांड में वह पैरोल पर आकर मनोज भाटी को ठिकाने लगा दिया।