Ambala/Atulya Loktantra : शिक्षा नियमावली 134-ए के तहत एडमिशन न देने पर पेरेंट्स का गुस्सा फूट गया। पेरेंट्स ने साेमवार के बाद बुधवार काे फिर डीईअाे आफिस में अधिकारियाें अाैर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियाें समेत प्राइवेट स्कूल संचालकाें काे बंधक बनाकर हाइवोल्टेज हंगामा किया। पेरेंट्स न केवल हंगामा करते हुए एडमिशन देने की जिद पर अड़े रहे, वहीं, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक अधिकारियाें काे बंधक बनाकर रखा। पहले सिटी थाना एसएचअाे पहुंचे। उनके पहुंचने के बाद जब समस्या का समाधान न हाे सका ताे नायब तहसीलदार पूनम साेलंकी पहुंची। शाम करीब 4.30 बजे पेरेंट्स काे 9 मई शाम काे रिवाइज लिस्ट अाने के बाद एडमिशन दिलाने की बात कही।
सुबह 10 बजे नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलाइंस राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा, वाइस प्रधान बंसीलाल कपूर, फेडरेशन अाॅफ प्राइवेट स्क्ूल एसोसिएशन हरियाणा प्रैस प्रवक्ता साैरभ कपूर अपने पदाधिकारियाें अाैर स्कूल संचालकाें के साथ डीईअाे आफिस में पहुंचे थे। जैसे ही मीटिंग कर वापस जाने लगे।
पेरेंट्स ने डीईअाे आफिस काे अंदर से कुंडा लगाकर बंद कर दिया। पेरेंट्स अंदर ही शिक्षा विभाग अाैर प्राइवेट स्कूलाें के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। एक घंटे बाद जब पेरेंट्स ने एसोसिएशन पदाधिकारियाें काे नहीं जाने दिया ताे एसोसिएशन पदाधिकारी दूसरे गेट से दबे पांव जाने लगे। मगर महिलाएं सभी गेट काे अंदर से बंद कर धूप में ही बैठ गई। किसी भी अधिकारी अाैर कमर्चारी काे बाहर नहीं जाने दिया गया। सभी काे अंदर ही बंद रखा। काफी मशक्कत के बाद सिटी थाना एसएचअाे, नायब तहसीलदार के अाश्वासन के बाद पेरेंट्स ने एसाेसिशन पदाधिकारियाें काे जाने दिया।
अभिभावकों को हो रही परेशानी
दरअसल, 1 मई काे डायरेक्टर आफिस से परीक्षा में पास हुए मेधावी विद्यार्थियाें काे स्कूल अलाॅट िकए गए। अलाॅटमेंट में ज्यादातर बच्चे ताे एेसे हैं, जिनकी अलाॅटमेंट में काफी गलतियां हुई। कई लड़काें काे लड़कियाें का स्कूल अलाॅट कर दिया ताे, कई बच्चाें का बाेर्ड ही बदल दिया अाै कई स्कूलाें में सीट कम हैं, वहां ज्यादा अलाॅटमेंट कर दी। एेसे कई केस विभाग के पास पहुंच रहे हैं। दूसरी तरफ प्राइवेट स्कूल भी सरकार द्वारा रीइंबर्समेंट नहीं देने के कारण एडमिशन नहीं दे रहे हैं।
उनका कहना है कि सरकार रीइंबर्समेंट का पैसा दे। अगर नहीं देती ताे लिखित में दिया जाए कि पैसा दिया जाएगा या नहीं। स्कूल रीइंबर्समेंट पर अड़े हैं। अब सरकार अाैर प्राइवेट स्कूलाें के बीच पेरेंट्स पिस रहे हैं, क्याेंकि एक अप्रैल काे सेशन शुरू हुअा था, अभी तक उनके बच्चाें काे एडमिशन हीं नहीं मिला है, जबकि स्कूलाें में सिलेब्स शुरू हाे चुका है।