Rohtak/Atulya Loktantra : बीमा कराने के बाद मौत होने पर कैंसर पीड़ितों को सड़क दुघर्टना में मृत दिखाकर क्लेम के करोड़ों रुपये ऐंठने वाले गिरोह के बारे में जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। करोड़ों रुपये हड़पने में रोहतक पीजीआई के स्टाफ, पुलिसकर्मियों और सफेदपोशों की मिलीभगत सामने आई है। गिरोह ने प्रदेश के कई कैंसर पीड़ितों के परिजनों को भी झांसे में लिया हुआ था। कैंसर पीड़ितों के बारे में जानकारी देने वालों को कमीशन दिया जाता था। एसटीएफ ने बीमा रकम लेने वाले परिजनों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मिलीभगत कर रुपये ऐंठने वाले परिजनों को भी आरोपी बनाया जाएगा।
एसटीएफ सोनीपत के डीएसपी राहुल देव के नेतृत्व वाली टीम ने दो दिन पूर्व गिरोह के सरगना पवन समेत तीन को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से एसटीएफ की पूछताछ में रोहतक पीजीआई के स्टाफ के अलावा पुलिसकर्मियों और हरियाणा के कुछ सफेदपोशों की भी मिलीभगत सामने आई है।
कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं
गिरोह ने प्रदेश के 50 से अधिक कैंसर पीड़ितों के परिजनों को भी झांसे में लिया हुआ था। पीजीआई के रजिस्टर से एसटीएफ को कुछ और अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। एसटीएफ ने गिरोह से जुड़े सभी सदस्यों को जल्द पकड़ने का दावा किया है। डीएसपी का कहना है कि मिलीभगत कर रुपये ऐंठने वाले कैंसर पीड़ित के परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।
उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जांच शुरू होते ही आरोपी परिजनों को कार्रवाई का भय सताने लगा है। हालांकि वह अब भी दावा कर रहे हैं कि कैंसर पीड़ित की मौत हादसे में ही हुई थी। बता दें कि गिरोह का सरगना पवन एलएलबी पास है और पूर्व में पानीपत की एक कंपनी में मैनेजर रह चुका है।
गिरोह के फरार चल रहे करीब 15 गुर्गों की तलाश में रोहतक के अलावा हिसार, पानीपत में एसटीएफ की कई टीमें छापे मार रही है। जल्द ही फरार चल रहे गिरोह के गुर्गों को पकड़ लिया जाएगा।
– राहुल देव, डीएसपी, एसटीएफ, सोनीपत