अतुल्य लोकतंत्र ( दीपक शर्मा शक्ति): एल्गार परिषद की बैठक में, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी द्वारा हिन्दू धर्म के खिलाफ अपशब्दों और भड़काऊ भाषण देने के बावजूद भी शिवसेना चुप , शिवसेना के किसी भी नेता ने इस पर कुछ नहीं बोला। यह अपने आप में बड़ी बात है। शरजील उस्मानी ने हिन्दू धर्म को सड़ा गला बताया है , इसके अलावा हिन्दू समाज के खिलाफ अपशब्दों का खुल कर इस्तेमाल किया जिसका ” अतुल्य लोकतंत्र मीडिया ” पुरजोर विरोध करती है।
यह दिखाता है कि राजनीतिक मज़बूरी क्या होती है। अपनी सत्ता के लिए उद्दव चुप हैं । यह वही शिवसेना है जो हिंदू धर्म की आवाज के लिए जानी जाती थी ,यदि यही वाकया स्व बाला साहब के समय हुआ होता तो शायद यही शरजील उस्मानी
महाराष्ट्र से बाहर नहीं जा पाता।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी
हालांकि शरजील उस्मानी को लेकर बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई ने मंगलवार को उद्धव सरकार पर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी ने मांग की कि महाराष्ट्र सरकार को छात्र नेता शरजील उस्मानी के खिलाफ उसकी कथित ‘हिंदू विरोधी’ टिप्पणी को लेकर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भी लिखा है।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने बीजेपी की मांगों के बावजूद उस्मानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की। फडणवीस ने कहा कि एक वीडियो में, शरजील उस्मानी एल्गार परिषद में बोल रहा है। उस्मानी ने हिंदू समुदाय की भावनाओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति महाराष्ट्र में आता है, हमारी भावनाओं का अपमान करता है, और बिना किसी कानूनी कार्रवाई का सामना किए अपने गृह राज्य लौट जाता है। अगर राज्य सरकार उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करने में विफल रहती है, तो हम मान लेंगे कि सरकार उस्मानी के साथ है। हम यह पूछते हैं कि इस तरह की बैठकों को किस तरह परमिशन मिल जाती है ।