भुवनेश्वर से मिली एक खबर के अनुसार ईस्ट कोस्ट रेलवे (ईसीओआर) ने आसन्न चक्रवात ‘जवाद’ के खतरे को देखते हुए 95 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात ‘जवाद’ 3 दिसंबर और 4 दिसंबर को ओडिशा तट पर दस्तक देगा। एहतियाती उपाय और यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 95 मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों को 3 और 4 दिसंबर के लिए रद्द कर दिया है।
नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात की तैयारी की समीक्षा की है। इस चक्रवात से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा तूफान
जवाद एक दबाव को तूफान है जो दक्षिण थाईलैंड और उसके पड़ोस में बना, बाद में अंडमान सागर में उभरा। इसके बाद, यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और 2 दिसंबर तक दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में इस समय यह केंद्रित है और 3 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में एक चक्रवाती तूफान के रूप में प्रवेश कर तेज होने की संभावना है।
जानकारी के मुताबिक इसके 4 दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है, जिसमें हवा की गति 90 किमी प्रति घंटे से 100 किमी प्रति घंटे के साथ होगी, साथ में भारी बारिश और ज्वार की लहरें भी होंगी।
आईएमडी के बयान में कहा गया है कि चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम और ओडिशा के तटीय जिलों को प्रभावित करने की संभावना है। इसके तटीय क्षेत्रों और पश्चिम बंगाल के गंगा के हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी संभावना है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को उत्तरी आंध्र के जिलों में भेजा है। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने चक्रवात जवाद से पहले की स्थिति का जायजा लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान और चेतावनी को देखते हुए अधिकारियों को इसके प्रभाव को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आदेश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के कलेक्टरों से फोन पर बात की और उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली।
ताजा जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में तेज हवाए चल रही हैं। महाराष्ट्र में बुधवार को बेमौसम बारिश हुई है और मुंबई और पुणे सहित राज्य के कई हिस्सों में तेज हवाएं हैं। गुरुवार को भी इन क्षेत्रों और उत्तरी महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी है। किसानों, विशेष रूप से चावल की खेती करने वालों को फसल का काम पूरा करने और उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी गयी है। उड़ीसा ने भी तूफान से निपटने की तैयारी कर ली है।
ये रही रद्द हुई ट्रेनों की लिस्ट