कांग्रेस के मैनिफेस्टो पर लगातार विवाद हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा नेता कांग्रेस मैनिफेस्टो को मुस्लिम लीग का मैनिफेस्टो बता रहे हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का वक्त मांगा है, ताकि उन्हें मैनिफेस्टो को लेकर जानकारी दे सकें।
वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मैनिफेस्टो की प्रतियां हमारे पार्टी नेताओं और लोकसभा उम्मीदवारों की तरफ से प्रधानमंत्री को भेजी जाएंगी। कांग्रेस ने ये भी कहा कि पार्टी चुनाव आयोग में एक लाख लोगों के दस्तखत कराकर एक याचिका भी दायर करेगी।
वेणुगोपाल के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने जो कहा, वह हमारे मैनिफेस्टो में नहीं है। वे वोटों के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं। क्या चुनाव आयोग ने उन्हें (पीएम को) बात पर झूठ बोलने की अनुमति दी है। जब चुनाव आयोग हर बात पर हस्तक्षेप करता है तो इस मु्द्दे पर खामोश क्यों है? आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए।
मोदी ने कहा था- कांग्रेस संपत्ति ज्यादा बच्चे वालों को बांट देगी
मोदी ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में रैली की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हरेक की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा। हमारी बहनों के पास कितना सोना-चांदी है, इसकी जांच की जाएंगी। ये संपत्ति सबको समान रूप से बांट दी जाएगी। क्या आपकी संपत्ति को सरकार को हैक करने का अधिकार है क्या। क्या आपकी मेहनत करके कमाई गई संपत्ति को सरकार को ऐंठने का अधिकार है।
पीएम ने ये भी कहा कि मेरी माताओं-बहनों की जिंदगी में सोना सिर्फ शो करने के लिए नहीं होता। उसके स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है। उनका मंगलसूत्र सोने की कीमत का मुद्दा नहीं है, उसके जीवन के सपनों से जुड़ा है, आप घोषणा पत्र में छीनने की बात कर रहे हो।
पहले जब उनकी (मनमोहन सिंह) सरकार थी, तब उन्होंने कहा था देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठी करके किसको बांटेंगे, जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा। ये आपको मंजूर है