अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) महाराष्ट्र के पुणे, मुंबई और गुजरात के अहमदाबाद व सूरत में हमास जैसा आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा था। दरअसल, बीते 7 अक्टूबर को फिलीस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास ने इजरायल पर ड्रोन और जमीन से हमला किया था। ठीक ऐसी ही ड्रोन से हमले की प्लानिंग IS की थी।
इसके अलावा IS इन शहरों में फायरिंग करने की प्लानिंग भी कर चुका था। लेकिन बीते 2 नवंबर को NIA ने रेड मारकर पुणे में IS का एक मॉड्यूल ध्वस्त किया था। रेड के दौरान अधिकारियों को एक ड्रोन, IED विस्फोटक और कई हथियार मिले थे। इसके बाद NIA ने 3 आतंकियों को भी गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ के बाद अधिकारियों को पूरी साजिश के बारे में पता चला।
IS से आतंकियों को नहीं मिली थी फंडिंग
बीते 2 नवंबर को NIA ने जब पुणे में IS का एक मॉड्यूल ध्वस्त किया तो एक ड्रोन, IED और कई हथियार मिले थे। इसके बाद आतंकी मोहम्मद शाहनवाज आलम को गिरफ्तार किया था। आलम ने बताया कि उसने रिजवान अली, अब्दुल्ला शेख, लियाकत खान के साथ चारों शहरों की रेकी की थी।
NIA को जांच में यह भी पता चला कि जब विदेशी चैनलों से आतंकियों को फंडिंग नहीं मिल रही थी तो उन्होंने लूटपाट व डकैती की। आलम ने कई दुकानों व घरों में लूटपाट की थी। इस पैसे का प्रयोग हथियार व विस्फोटक बनाने का सामान जुटाने में किया। आलम इन घटनाओं के बाद जब एक मोटरसाइकिल चुराकर कहीं जा रहा था, तब पुलिस के हत्थे चढ़ा। NIA ने आलम की पहचान करने के लिए DNA टेस्ट का सहारा लिया था।
ड्रोन उड़ाने और भीड़ में फायरिंग की प्रैक्टिस कर चुके थे आतंकी
NIA सूत्रों के मुताबिक तीनों आतंकियों ने आलम के बयान की पुष्टि की और बताया कि उनका चारों शहरों में हमास जैसा आतंकी हमला करने का प्लान था। इसके लिए उन्हें ड्रोन उड़ाने और घातक हथियारों से फायरिंग की प्रैक्टिस भी कराई गई थी।
आतंकी साजिश को कैसे अंजाम देना है, इसके हाथ से लिखे कुछ नोट्स पुणे के कोठरूड क्षेत्र से बरामद हुए थे। खुफिया एजेंसियों को 4 बड़े शहरों में आतंकी हमले की प्लानिंग का इनपुट मिला था। इसके लिए आतंकियों को ड्रोन असेंबल करने की भी ट्रेनिंग दी जा चुकी थी। इसके इनपुट के बाद ही आतंकियों की तलाश तेज हुई।