केरल के एर्नाकुलम जिले में हुए विस्फोट मामले की जांच कर रही पुलिस ने आरोपी को शातिर दिमाग वाला अपराधी बताया। पुलिस ने कहा कि डोमिनिक मार्टिन किसी एक्सपर्ट से कम नहीं है। वह गल्फ कंट्री की अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़ चुका है, जिससे उसकी मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
आरोपी ने 29 अक्टूबर को ईसाई धर्म की शाखा येहोवा की प्रार्थना सभा में तीन धमाके किए थे। इससे 3 की मौत और 41 लोग घायल हो गए थे।
ब्लास्ट के बाद आरोपी ने खुद ही सरेंडर किया
आरोपी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर दावा किया था कि उसने ही चर्च में IED बम रखे थे। इसके बाद बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस उसक घर पहुंची तो कई विस्फोटक सामान मिले।
कई घंटों की पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बम बनाने की डिटेल के बारे में बताया। आरोपी ने कहा कि उसने सोशल मीडिया से बम बनाना सीखा। थमन्नन में जहां वो किराए से रहता है, उस घर की छत पर बम का ट्रायल भी कर चुका था।
एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि जब मार्टिन ने सरेंडर किया, तो उसने विस्फोटक सामान खरीदने की रशीदें भी दिखाईं । साथ ही पेट्रोल खरीदने का भी बिल पेश किया। इससे उसके खिलाफ मामला और मजबूत हो गया है।