प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर कहा है कि देश में आरक्षण कभी खत्म नहीं होगा। उन्होंने राजस्थान के उनियारा (टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा) में कहा कि कांग्रेस पार्टी की सोच हमेशा से तुष्टिकरण की राजनीति की रही है। वो दलित-आदिवासियों को मिले आरक्षण को कम करके मुसलमानों को देना चाहती है।
साल 2004 में कांग्रेस ने सबसे पहले आंध्र प्रदेश में SC-ST के आरक्षण में कमी करके मुसलमानों को रिजर्वेशन देने की कोशिश की थी। ये एक पायलट प्रोजेक्ट था। जिसे बाद में पूरे देश में लागू करने की प्लानिंग थी, लेकिन मंसूबे कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद 2011 में फिर से देश में इसे लागू करने की कोशिश हुई। कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की, लेकिन हमने ऐसा नहीं होने दिया। क्या कांग्रेस अब देश की जनता से वादा करेगी कि वो उस आरक्षण को मुसलमानों में नहीं बांटेगी।
मोदी ने कहा कि यदि 2014 के बाद भी कांग्रेस होती तो सरहद पर सैनिकों के सिर काटे जा रहे होते और बम ब्लास्ट हो रहे होते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में तो हनुमान चालीसा पढ़ना-सुनना भी गुनाह हो गया है। कर्नाटक में इसीलिए एक युवक को पीटा गया। राजस्थान में जब कांग्रेस की सरकार थी ताे यहां रामनवमी पर निकलने वाली शोभायात्रा पर ही प्रतिबंध लगाया गया था।
जब कर्नाटक में BJP सरकार थी तो हमने सबसे पहला काम किया कि उन्होंने जो SC, ST से आरक्षण छीनकर मुस्लिम कोटा निकाला था उसे खत्म किया।
जिसका हक था उसे सुरक्षित रखा, लेकिन कांग्रेस इससे आग बबूला हो गई..। मोदी संविधान को समझता है, बाबा साहेब अंबेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति है।
साथियों..सच्चाई ये है कि कांग्रेस और इंडी अलायंस जब सत्ता में था तो ये लोग दलितों और पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करके वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए उनकी खास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे
जबकि संविधान इसके खिलाफ है। आरक्षण का हक बाबा साहेब ने दलित, आदिवासी, पिछड़ों को दिया, कांग्रेस और इंडी अलायंस वाले उसे मजहब के आधार पर मुसलमानों को देना चाहते थे।