ग्वालियर/ अतुल्य लोकतंत्र : निरंजना नदी के तट पर विराजमान, विश्व को पंचशील के मार्ग का अवलोकन कराने वाले भगवान बुद्ध की ज्ञान प्राप्ति-स्थल, ब्रह्माण्ड में सबसे पवित्र ऐतिहासिक स्थल बोधगया में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार एवं सम्मान समारोह का आयोजन गोपाल किरण समाज सेवी संस्था ग्वालियर मध्यप्रदेश द्वारा किया गया। 37 वर्षों से पंजीकृत इस राष्ट्रीय संस्था ने भारत के कोने कोने से आए सभी ज्ञान शलाका से रोशनी बिखेरने वाले विद्वज्जनों को सम्मानित किया।
विविध प्रदेशों से आए ऐसे शिक्षक, विद्वानों को सम्मानित किया जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जूझते हुए स्वयं को एक मुकाम तक ले गए तथा राष्ट्र एवं समाज को एक नई दिशा दिये है शिक्षा साहित्य, उद्यमशीलता, व्यापार, प्रबंधन, तकनीकी,समाज सेवा चिकित्सा-स्वास्थ्य, खेल-कूद ,पर्यावरण, दिव्यांग-जन सहयोग, जलवायु परिवर्तन एवं जल संरक्षण में सहयोग देकर स्वयं को या अन्य को आगे बढ़ाया है।
संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे की अध्यक्षता एवं श्री के. सी.मीणा,(IFS) श्री आर. के.मेहरा ,श्री,नरेन्द्र सिंह (DIG-ITBP पटना)व डॉ बी.पी .अशोक (IPS- लखनऊ ) के सनरक्षकत्व में श्रीप्रकाश सिंह निमराजे , अध्यक्ष गोपाल किरन समाजसेवी संस्था सुनीता श्रीवास्तव राष्ट्रीय संयोजक शिक्षक प्रकोष्ठ GKSSS के मार्गदर्शन मैं कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम तीन चरणो मैं पूरा हुआ प्रथम चरण की मुख्य अतिथि डाॅ देवीलता (प्रोफेसर- विधि विभाग ,रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर ), विशेष अतिथि व वक्ता डॉ मीरा पुष्पांजलि जी (प्रोफेसर-इतिहास विभाग, कुन्हन विश्वविद्यालय झारखंड ) डॉ अरुण कुमार रजक (प्रोफेसर पश्चिम बंगाल) एवं ब्यूरो चीफ सामाजिक कार्यकर्ता आदरणीया शीतल देवयानी के अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस की पर शोध पत्र एवं व्याख्यान बहुत ही ज्ञानवर्धक उपयोगी एवं महत्त्वपूर्ण रहा। विषय प्रवर्तक प्रो देवीलता रावत जी ने करते हुए इससे जुड़े कानून व बचाव के बारे मैं बताया। यह बात बडी शिद्दत के साथ रखी गई जो बच्चे फिल्मों मैं साइड सीन मैं किसी भी भूमिका मैं कार्य करते है उनको बाल श्रमिक माना जाये। अराध्य सिंह भेसारे,क्रिस्ट चर्च स्कूल, जबलपुर ने संविधान के विभन्न आर्टीकल पर अपनी बात रखी। विनोद कुमार दुबे, राजेश सिंह, डॉ. समीर भेसारे,ओमकार ,कु.स्मृति कुमकुम,,दुर्गमांगे, बक्सर,कानपुर की शिक्षका श्रीमती अर्चना सागर ने इस अवसर पर बहुत खूबसूरत बाल श्रम के ऊपर चित्र बनाकर अपनी कला को प्रदर्शित किया गया।
राष्ट्रीय सेमिनार के पूर्वार्द्ध दिवस में सम्पन्न हो जाने पर मुख्य अतिथि श्री लख्मी चन्द्र गौतम (अवर सचिव-महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार ) ,नई दिल्ली थे । कार्यकम मैं 71 शिक्षक विद्वानों सामाजिक कार्यकर्ताओं को पंचशील अवार्ड -2023 से नवाजा गया।साथ ही साथ अन्य जनों को डॉ. बी. आर. अम्बेडकर रत्न ब अवार्ड- 2023 से भी नवाजा गया।
मंच का संचालन रमेश चन्द्रा जी ने किया और अन्त में मध्य प्रदेश से पधारे प्रोफेसर डॉ दिलीप कटारे जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ,कार्यक्रम का आरंभ तथागत गौतम बुद्ध ,सिंबल ऑफ नॉलेज डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के चित्रों पर माल्यार्पण किया गया। राष्ट्रगान के उपरांत संस्था ने सभी लोगों के लिए भोजन भी व्यवस्था कर रखी थी।