देहरादून/ अतुल्य लोकतंत्र : राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा जनपद कार्यकारिणी ,चमोली की ओर से सभी अधिकारी वर्ग, शिक्षक वर्ग तथा कर्मचारी वर्ग से अपील की गई है कि आगामी 01अक्टूबर 2023, को राष्ट्रीय, प्रांतीय तथा मंडलीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार जनपद मुख्यालय में एनपीएस शासनादेश की प्रतियों को जलाकर एनपीएस का विरोध किया जाना है।
इसी परिपेक्ष में अपने जनपद मुख्यालय गोपेश्वर में एनपीएस की प्रतियों को जलाकर एनपीएस का विरोध कर 01 अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान सभी कर्मचारी 01अक्टूबर, 2023 को बड़ी संख्या में सांय 5:00 बजे बस स्टैंड गोपेश्वर में पहुंच कर अपना विरोध दर्ज करेंगें एवं मोर्चा का सहयोग करेंगें , उक्त अपील
जनपदीय कार्यकारिणी चमोली की ओर से की गई है।
जिला मोर्चा इकाई का यह कहना है कि OPS एवं निजीकरण तमाम सार्वजनिक उपक्रमों/ PSUs/ रेलवे मे निजीकरण की प्रक्रिया गतिमान है! ऐसे ऐसे सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण किया जा रहा है जो लगातार हमारी सरकारों को करोडों का लाभांश देती आ रही है! अब रेलवे के निजीकरण की तरफ भी सरकार कदम बढा चुकी है ऐसा लग रहा अर्थव्यवस्था मे व्याप्त सारी समस्याओं का हल निजीकरण ही है! सरकारों का निजीकरण की तरफ बढने का अर्थ है कि वे अपनी सोशल रिस्पोंसब्लिटी से भाग रही है।
पुरानी पेंशन स्कीम(OPS) को लागू करने के लिए आन्दोलनरत साथियों को समझना होगा कि New pension scheme( NPS) एक प्रकार से Old pension Scheme ( OPS) का निजीकरण ही है! निजीकरण एंव NPS मे सीधा सम्बन्ध है जितनी गति से निजीकरण की प्रक्रिया बढेगी उसी गति से NPS भी लागू कराई जायेगी! इसलिए OPS के साथ साथ निजीकरण के विचार का भी विरोध करिये! सलेक्टिव होकर केवल प्रतीकों की सहायता से हम OPS की लडाई को दमदार तरीके से नही रख सकते हैं! निजीकरण ठेका प्रथा/आउटसोर्सिंग, कर्मचारियों का शोषण एंव कम्पनी के आर्थिक हित की प्रवृत्ति को बढावा देता है,ये सामाजिक सुरक्षा को खत्म करता है।
इसलिए किसी सार्वजनिक उपक्रम के विनिवेश या निजीकरण की प्रक्रिया के विरुद्ध भी कुछ बोलिये… उन कर्मचारी संघों का साथ दीजिये जो इस निजीकरण की प्रक्रिया से सीधे प्रभावित हो रहे हैं।