सुपौल के बकौर और मधुबनी जिले के भेजा के बीच बन रहे पुल के तीन गार्डर शुक्रवार सुबह गिर गए। इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि 10 से ज्यादा मजदूरों को निकाल कर अस्पताल भेजा गया है। अभी भी मलबे में कुछ मजदूरों के दबे होने की आशंका है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर रही हैं।
मृतक की पहचान किशनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पंचगछिया निवासी विपिन यादव (27) के रूप में हुई है। मृतक के परिजन सदर अस्पताल में कागजी प्रक्रिया का इंतजार कर रहे है। हालांकि इस बीच एडीएम राशिद कलीम अंसारी ने कई बार परिजनों से मुलाकात की।
मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा
दोपहर करीब 12 बजे के बाद मृतक के परिजन आक्रोशित होकर स्टेचर सहित शव को अस्पताल परिसर से बाहर ले कर चले गए और अस्पताल के मुख्य द्वार पर ही एनएच 327ए को जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी। परिजन जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा की मांग कर रहे थे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का भी आरोप लगाया।
सुरक्षा गार्ड ने परिजनों को पीटा
मृतक के भाई धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि जब तक जिलाधिकारी स्वयं आकर मुआवजा का ऐलान नहीं करेंगे, हंगामा जारी रहेगा। हालांकि इस बीच सदर अस्पताल के कुछ सुरक्षा गार्ड शव को वापस अंदर ले जाने कोशिश करने लगे। इस दौरान पहले सुरक्षा गार्ड एवं परिजनों के बीच शव को लेकर खींचतानी हुई और फिर अचानक मृतक के परिजनों ने सुरक्षा गार्ड की जमकर पिटाई कर दी।
परिजनों को 10 लाख रुपए का चेक दिया
परिजनों का हंगामा बढ़ता देख एडीएम राशिद कलीम अंसारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराया। करीब आधे घंटे के प्रदर्शन के बाद परिजन वापस सदर अस्पताल पहुंचे। जहां एडीएम ने परिजनों को उचित सरकारी सहायता देने का भरोसा दिलाया। वहीं पुल निर्माण कम्पनी ट्रांसलेर लाइटिंग लिमिटेड की ओर से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए का चेक दिया गया। बताया जा रहा है कि मृतक विपिन यादव बीते 2 महीने से यहां काम कर रहा था। 6 वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। चेक मिलने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया।
पुल का एक हिस्सा कोसी नदी में गिरा
बताया जा रहा है कि पुल का एक हिस्सा कोसी नदी में गिर गया है। हालांकि गार्डर जहां गिरे, वहां पानी नहीं था। हादसे में घायल मजदूर भूपेन मल्लाह ने कहा कि हम लोग ऊपर काम रहे थे। सीमेंट लिफ्टिंग कर नीचे आकर बैठे ही थे कि ऊपर से सेगमेंट गिर गया। ऊपर में सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था। अभी सात मजदूर घायल हैं। हम लोग कुल 15 लोग थे। पुल पर सात ही लोग थे।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में करोड़ों के पुल गिरना एक परंपरा बन गई है। सरकार घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था, मुआवजा राशि और दोषी कंपनी और अधिकारियों पर कार्रवाई करें।
यह देश का सबसे लंबा पुल
यह देश का सबसे लंबा पुल बन रहा है, जो केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 10.2 किलोमीटर से ज्यादा है। एप्रोच रोड मिलाकर पुल की कुल लंबाई 13.3 किलोमीटर होगी। पुल का निर्माण 2023 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण पुल निर्माण का समय बढ़ गया।
बकौर की तरफ से ट्रांसरेल लाइटिंग लिमिटेड कार्य करवा रही है। जबकि मधुबनी जिले के भेजा की ओर से गैमन इंजीनियर्स एंड कॉन्ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड पुल का निर्माण करा रहा। पूरी परियोजना 1286 करोड़ की है।
इंजीनियर अनंत वत्स ने बताया कि बॉक्स सेगमेंट को ट्रक से ट्रांसपोर्ट कर लाया गया था। क्रेन से उसे खींचा जा रहा था। इसी दौरान किसी एक कोने का क्लिप ढीला पड़ गया। जिस कारण सेगमेंट बॉक्स ट्रक पर गिर गया। ट्रक पहले से एक सेगमेंट बॉक्स पर खड़ा था, इस वजह से दूसरा सेगमेंट बॉक्स भी धराशायी हो गया। देखते-देखते करीब 12 बॉक्स गिर गए। ये सेगमेंट बॉक्स दो पिलर के बीच थे। पिलर नंबर 153 और 154। घटना सुबह सात बजे की है।
शुक्रवार को अंतिम दिन का काम हो रहा था और इसके बाद होली की छुट्टी होनी थी। मृतक की पहचान सुपौल जिले किसनपुर थाना क्षेत्र के पंचगछिया निवासी विपीन यादव (27) के रूप में हुई है। सात घायल शहर के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं। घायलों में दिलीप शर्मा (28), दीप चरण (28), भूपेंन मल्लाह (21), रामानंद कुमार(38),नूर हसन(18), प्रयाग लाल यादव (54), लव कुश(20) शामिल हैं। बाकी तीन घायलों की अभी पहचान नहीं हुई है।