New Delhi/AtulyaLoktantra : मोदी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर दो महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत कर रही है. ये योजनाएं अटल भूजल और अटल टनल नाम से शुरू की जा रही हैं. केंद्र सरकार ने 6000 करोड़ रुपये इसके लिए आवंटित किए हैं.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर के मुताबिक पानी की समस्या से निपटने के लिए अटल भूजल योजना लाई गई है. इस पर 5 साल में 6000 करोड़ रुपये का खर्च होगा. जिसमें से 3000 करोड़ रुपये वर्ल्ड बैंक और 3000 करोड़ रुपये सरकार देगी.
इस योजना का लक्ष्य देश के उन इलाकों में भूजल के स्तर को ऊपर उठाने का है जिन इलाकों में भूजल का स्तर काफी नीचे चला गया है. योजना का उद्देश्य भूजल की मात्रा में इजाफा करना है. साथ ही किसानों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से भी ये योजना केंद्र सरकार की ओर से लाई गई है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में जल भंडारण सुनिश्चित कराना चाहती है. साथ ही सरकार का कहना है कि इस योजना के जरिए किसानों की आय दोगुनी करने में भी मदद मिलेगी.
वहीं दूसरी अटल टनल योजना मनाली से लेह तक होगी. इस योजना को 2005 में ही मंजूरी मिली थी. इसके लिए 4000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. कुल 8.8 किलोमीटर लंबी इस योजना का तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. दावा किया गया है कि यह विश्व का सबसे ऊंचा टनल होगा.
इस योजना का लाभ छह राज्यों को मिलेगा. इस योजना में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र शामिल हैं. सरकार के मुताबिक इस योजना से 8350 गांवों को लाभ मिलेगा.