किसान आंदोलन-2 का आज 8 मार्च को 25वां दिन है। हरियाणा-पंजाब के हजारों किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। खास बात ये है कि आज 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हरियाणा-पंजाब से बड़ी संख्या में महिलाएं शंभू और खानौरी मोर्चों पर पहुंची। दोनों बॉर्डरों की बागडोर और मंच प्रबंधन आज महिलाओं के हाथों में रहा।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पहलवान साक्षी मलिक भी शंभू बॉर्डर पर पहुंची। यहां उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन दिया। साक्षी ने कहा कि हमारी महिलाएं कम नहीं है, वह किसी से भी लड़ सकती है। आपने देखा होगा कि हमने भी अन्याय के खिलाफ जंतर-मंतर पर लड़ाई लड़ी। मलिक ने कहा कि अपने हकों के लिए लड़ाई हमेशा जारी रहेगी।
महिलाएं बोलीं-किसान कौम ने कभी कुर्बानी देने से परहेज नहीं किया
महिला किसान नेता सुखविंदर कौर, समिता कौर मांगट, गुरप्रीत कौर बराड़, सुखदेव कौर व दीप संधू ने कहा कि सरकार को याद रखना चाहिए कि किसान कौम ने कभी कुरबानी देने से परहेज नहीं किया। माता गुजरी, छोटे शहीबजादे, रानी लक्ष्मीबाई की कुरबानी यह साबित करती है कि हमेशा से ही महिला शक्ति देश की लिए आगे आती रही हैं। कहा कि बॉर्डरों पर भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर बर्बरता की जा रही हैं। ड्रोन से पंजाब की हद्द में गोले छोड़े गए। किसानों पर सीधी गोली चलाना लोकतंत्र का कत्ल है।