नई दिल्ली/अतुल्यलोकतंत्र : लोकसभा चुनाव 2019 ,अब अपनी समाप्ति की ओर है और अंतिम चरण का मतदान 19 मई को है। इसके बावजूद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से लोगों की संतुष्टि का स्तर अभी भी शीर्ष पर बना हुआ है। सीवोटर-आईएएनएस द्वारा किए गए सर्वे में शामिल अधिकतर भागीदारों ने सत्तारूढ़ पार्टी के प्रति संतुष्टि जताई है।
मासिक तुलना के अनुसार, 9 अप्रैल से 9 मई के बीच सरकार की कुल संतुष्टि रेटिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिस दौरान लोकसभा चुनाव के सात चरणों में से पांच चरणों के मतदान हुए थे। छठे चरण के लिए मतदान 12 मई को हुआ।
9 मई को 11,250 के नमूनों में से 45.60 प्रतिशत भागीदारों ने कहा कि वे मौजूदा भाजपा सरकार से बहुत संतुष्ट हैं और 25.33 प्रतिशत ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं। वहीं अन्य 27.37 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे सरकार से संतुष्ट नहीं है। इस दिन शुद्ध अप्रूवल रेटिंग 43.76 प्रतिशत रही।
एक माह पहले नौ अप्रैल को, 45.57 प्रतिशत भागीदारों ने कहा था कि वे 44.54 की कुल अप्रूवल रेटिंग के साथ मौजूदा सरकार से बहुत ज्यादा संतुष्ट हैं। राज्यों में, छत्तीसगढ़, हरियाणा, बिहार और गुजरात ऐस राज्य रहे, जो भाजपा सरकार के कामकाज से सबसे ज्यादा संतुष्ट बने हुए हैं। आंध्रप्रदेश, केरल, तमिलनाडु और पंजाब में सबसे कम लोग संतुष्ट हैं। चुनाव समाप्ति की ओर बढ़ने के बावजूद इस राज्यवार रुझान में कोई बदलाव नहीं आया है।
एक जनवरी को, केवल 36.35 प्रतिशत भागीदारों ने कहा था कि वे 32.15 की संपूर्ण अप्रूवल रेटिंग के साथ भाजपा सरकार के प्रदर्शन से बहुत संतुष्ट हैं। बालाकोट हवाई हमले के बाद मार्च के पहले सप्ताह में अप्रवूल रेटिंग में 60 से ज्यादा का उछाल आया और पूरे मई में इसकी रेटिंग 45 के आसपास बनी हुई है।