New Delhi/Atulya Loktantra : पाकिस्तान में ईद मिलाद उन नबी के मौके पर टमाटर इतना ‘लाल’ (महंगा) हुआ कि कीमतें आसमान पर पहुंच गईं. ईद मिलाद उन नबी से एक दिन पहले यानी शनिवार को इसकी कीमत 160 रुपये तक बढ़कर 320 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंची थी. हालांकि दो दिन बाद सोमवार को टमाटर 140 से 170 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है.
टमाटर की कीमत बेतहाशा बढ़ने पर जहां लोगों को काफी परेशानी हो रही, वहीं गृहणियां रसोई में टमाटर के विकल्प पर विचार कर रही हैं. टमाटर के दाम बढ़ने की वजह से स्थानीय दुकानदारों ने थोक बाजार से इसे खरीदना बंद कर दिया है, जिसकी वजह से बाजारों में कृत्रिम कमी हो गई है.
गृहणी कुलसूम बीबी ने कहा कि टमाटर के दाम बढ़ने की वजह से वे इसके विकल्प के तौर पर योगर्ट को आजमा रही हैं. वहीं एक अन्य गृहणी फरहत नोरीन ने कहा कि उन्हें इस समस्या से कई बार दो-चार होना पड़ा है और अब उन्होंने तरकीब निकाली है कि जब दाम कम हो ज्यादा मात्रा में टमाटर ले लिया जाए और उसे फ्रीज कर रखा जाए. हालांकि वह कहती हैं फ्रीज किए सामान में वह स्वाद नहीं मिलता जो ताजा में होता है.
एक स्थानीय विक्रेता अब्दुल करीम ने कहा कि जमाखोरी और मुनाफाखोरी की वजह से टमाटर के दाम बढ़े हुए हैं. कराची में थोक सब्जी विक्रेता एसोसिएशन के प्रेसीडेंट हाजी शाहजहां ने कहा कि बलूचिस्तान से टमाटर की आवक कम रही है और ईरान से आने वाला टमाटर भी नहीं पहुंच पा रहा है.
काबुल से आने वाला टमाटर भी किसी कारण से रुका हुआ है. उन्होंने बताया कि आमतौर पर टमाटर की फसल अक्टूबर में आ जाती है, लेकिन इस बार इसमें देरी हुई है जिसकी वजह से दाम बढ़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि 15 से 20 दिन में आवक सुधरने की उम्मीद है.