New Delhi/Atulyaloktantra: ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी का अकाउंट शुक्रवार को हैक कर लिया गया था. हालांकि कुछ देर बाद ही इसे रिकवर कर लिया गया. अकाउंट हैक किए जाने के बाद हैकर्स ने कई आपत्तिजनक ट्वीट भी किए. साथ ही ऑफिस में बम होने की अफवाह भी उड़ाई गई. घटना के बाद ट्विटर की ओर से स्टेटमेंट दिया गया कि हम जानते हैं कि जैक डॉर्सी का अकाउंट हैक किया गया है और हम इसकी जांच कर रहे हैं. जारी स्टेटमेंट में ये भी कहा गया कि जांच के बाद ही हैकर्स के बारे में कुछ कहा जा सकेगा. पता लगाया जा रहा है कि हैकर्स कौन से देश के हैं.
हैकर्स ने जैक का अकाउंट हैक कर ना केवल आपत्तिजनक ट्वीट किए बल्कि नस्लीय टिप्पणी भी की. हिटलर के तारीफ वाले कई ट्वीट भी किए गए. खुद ट्विटर के सीईओ का अकाउंट होने की वजह से खलबली मच गई और कई यूजर्स ने सवाल खड़े किए कि अगर सीईओ का ही अकाउंट सुरक्षित नहीं है तो हमारा कैसे होगा? यूजर्स ने सवाल किए कि टू स्टेप वेरिफिकेशन ने सीईओ के अकाउंट को सुरक्षित क्यों नहीं रखा.
ट्विटर की ओर से हैकिंग के 30 मिनट बाद ही आधिकारिक स्टेटमेंट में बताया गया कि डॉर्सी के अकाउंट का कंट्रोल दोबारा उनके पास आ चुका है. साथ ही उनकी ओर से ये भी कहा गया कि उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर कोई गड़बड़ी नहीं दिखी. ट्विटर के एक प्रवक्ता ने बताया कि बम होने की अफवाह की भी जांच की गई. जांच में बम होने की बात महज एक अफवाह निकली. Twitter की ओर से जारी बयान में कहा गया कि डॉर्सी का अकाउंट प्लेटफॉर्म की गड़बड़ी नहीं बल्कि टेलीकॉम कंपनी के वजह से हुई है. जानकारी दी गई कि जिसे कॉन्टैक्ट नंबर से जैक का अकाउंट लिंक था उस नेटवर्क प्रोवाइडर की सिक्योरिटी में खामी की वजह से अकाउंट की हैकिंग हुई. ऐसे स्थिति में हैकर्स को विक्टिम के अकाउंट से मैसेज के जरिए ट्वीट करने में आसानी हो जाती है.