फरीदाबाद ( अतुल्य लोकतंत्र ): डीसी जितेन्द्र यादव ने कहा कि भूजल की चुनौतियों और उन चुनौतियों का समाधान करने की कोशिश कर रही अटल भुजल योजना के बारे में जोर दिया जा रहा है। जल प्रबंधन योजनाओं जैसे सूक्ष्म सिंचाई छिड़काव और ड्रिप सिंचाई तथा फसल विविधीकरण को शामिल किया गया है। इसी तरह जल पंचायत में भूजल पुनर्भरण के लिए आपूर्ति पक्षीय प्रबंधन योजना जैसे तालाब कायाकल्प, चेक-डैम, सोक-पिट, वर्षा-जल संचयन की योजना बनाई गई है। इन्हें प्राप्त करने के लिए जिला में उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अन्य आपसी बेहतर तालमेल करके विभाग मिलकर काम करेंगे।
सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता राजीव कुमार बत्रा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अटल भुजल योजना के जिला में कार्यान्वयन भागीदार मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च स्टडीज के साथ तालमेल करके पाखल ग्राम पंचायत में जल पंचायत का आयोजन किया गया। भूजल की चुनौतियों और उन चुनौतियों का समाधान करने की कोशिश कर रही अटल भुजल योजना के बारे में जोर दिया गया। उन्होंने उन योजनाओं पर जोर दिया जिन्हें भूजल उपयोग के मांग पक्ष प्रबंधन और आपूर्ति पक्ष प्रबंधन दोनों पर जिला कार्यान्वयन भागीदार द्वारा तैयार की गई, जल सुरक्षा योजनाओं में शामिल किया जाना है। उपस्थित गणमान्य सदस्यों द्वारा मांग पक्ष प्रबंधन योजनाओं जैसे सूक्ष्म सिंचाई (छिड़काव और ड्रिप सिंचाई) और फसल विविधीकरण को शामिल किया गया है। इसी तरह जल पंचायत में भूजल पुनर्भरण के लिए आपूर्ति पक्षीय प्रबंधन योजना जैसे तालाब कायाकल्प, चेक-डैम, सोक-पिट, वर्षा-जल संचयन की योजना बनाई गई है। इन्हें प्राप्त करने के लिए जिला में उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अन्य लाइन विभाग मिलकर काम करेंगे। कार्यक्रम में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता तथा अटल भुजल योजना, फरीदाबाद जिले के नोडल अधिकारी राजीव कुमार बत्रा ने आगे बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य हैं की समय सीमा में भूजल की घटती दर को 50 प्रतिशत तक कम करना है। कार्यक्रम में राजीव बत्रा ने लोगों के सामने भविष्य में आने वाली भूजल की चुनौतियों और उन चुनौतियों का समाधान करने की कोशिश कर रही अटल भुजल योजना के बारे में जोर दिया।
जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के विशेषज्ञों की टीम आतिश एक्का और प्रमोद कुशवाहा के साथ डीआईपी टीम समन्वयक सुश्री स्नेहा राय व उनकी टीम के सदस्य अमित, राहुल पांडे, रवि परमार और देवेंद्र जल पंचायत की सुविधा के लिए उपस्थित थे।