पलवल (निस) : मीडिया कर्मियों को बेवजह मानसिक रूप से प्रताड़ना देकर दबाव बनाए जाने को लेकर पलवल से प्रकाशित दबंग हरियाणा के संपादक विष्णु चौहान ने पलवल के तत्कालीन डीआईपीआरओ सुरेन्द्र बजाड द्वारा किए गए तथाकथित भ्रष्टाचारों व मीडिया की स्वतंत्रता को बचाने तथा मीडियाकर्मियों को मानसिक रूप टॉर्चर करने को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया है। जिस पर आयोग ने संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कर लिया है।
श्री चौहान ने आयोग को साक्ष्यों के साथ अवगत कराया है कि पलवल के तत्कालीन जिला लोक संपर्क अधिकारी सुरेंद्र बजाड पर विभाग द्वारा जांच के लिए गठित की गई टीम जिसमें निदेशक राजीव खोसला व अन्य अधिकारी शामिल थे, में 7/10/2016 पाया गया कि सुरेंद्र बजाड के विरुद्ध नियम 7 के अधीन अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए, जिस पर लॉ एंड लॉजिस्लेटिव डिपार्टमेंट के नोट 4952 / 24-05-2018 यह कहकर सिफारिश करता है कि विषय की गंभीरता से जांच की गई है और इसमें किसी भी तरह का कम्यूनिकेशन गैप नहीं है।
उन्होंने कहा है कि उपरोक्त जांच में जिला लोक संपर्क अधिकारी सुरेंद्र बजाड पर अपने अधीनस्थ कर्मचारी का शोषण करने, सरकारी विभाग की रद्दी बेचकर पैसे का गबन करने, सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग करने सहित अन्य गंभीर आरोप तय हुए हैं। जो अधिकारी की मानसिकता को स्पष्ट करते हैं जिसके चलते लोक संपर्क अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रदेश के सम्मानित ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ पत्रकारों का द्वेषभावना से उन्हें मानसिक एवं सामाजिक प्रताड़ना देने का कार्य किया है। श्री चौहान ने अपनी शिकायत में आयोग को बताया कि जिला लोक संपर्क अधिकारी सुरेंद्र बजाड के गलत कार्य को उजागर करने व उनका विरोध करने के कारण लोक संपर्क अधिकारी सुरेंद्र बजाड द्वारा ईर्ष्या द्वेष भावना रखते हुए निम्नलिखित अनैतिक कार्य कर प्रेस को बंधक बनाने व प्रेस का गला घोंटने का प्रयास किया गया है।
श्री चौहान ने बताया कि जिला लोक संपर्क अधिकारी सुरेंद्र बजाड द्वारा महानिदेशक सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा को पत्र लिख, विष्णु चौहान संपादक दबंग हरियाणा हिंदी समाचार पत्र व उदय चंद माथुर संवाददाता हाड़ौती अधिकार दैनिक समाचार पत्र से मान्यता रद्द कराने की सिफारिश की, जो पूर्णता अनैतिक एवं द्वेष भावना से परिपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि ईर्ष्या और द्वेष भावना के चलते मुकेश बघेल जोकि दैनिक भेदी नजर समाचार पत्र से पलवल जिले के संवाददाता है कि ईमेल आईडी को ही लोक संपर्क विभाग से हटा दिया गया तथा मीडिया सेंटर का दुरुपयोग व एक पत्रकार के साथ हाथापाई तक कराने का कार्य किया।
आयोग से श्री चौहान ने अनुरोध किया है कि जांच कराई जाए तो अधिकारी के अन्य कई मामले भी सामने आ जाएंगे। ऐसी स्थिति में ऐसे अधिकारी के रहते हुए प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में है। उन्होंने मांग की है कि प्रेस की स्वतंत्रता को बचाने एवं मीडिया कर्मियों का शोषण रोकने के लिए जिला लोकसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र बजाड़ को बर्खास्त कर, साजिश रचकर, मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने, सामाजिक तौर पर सम्मान को ठेस पहुंचाने, समाचार पत्र की छवि को बिगाड़ने, अपने पद का दुरूपयोग करने, सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग करने, भ्रष्टाचार करने, गबन करने के लिए आपराधिक मामला दर्ज कर, विभागीय कार्रवाई अमल में लाते हुए कठोर कार्रवाई की जाए। जिस पर मानवाधिकार आयोग ने मामला दर्ज कर लिया है।