•नए दाखिले का तभी फायदा जब कोई पिछला बच्चा ड्रॉपआउट ना हो : मंच
फरीदाबाद ( अतुल्य लोकतंत्र ): प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस से परेशान अभिभावक अब अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं। इसको देखते हुए शिक्षा विभाग ने अब सभी मॉडल संस्कृति विद्यालयों में नए दाखिले कराने की तारीख 10 मई तक बढ़ा दी है। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वे इसका फायदा उठाएं और अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करायें।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने सरकारी स्कूलों के सभी प्रिंसिपल व हेड मास्टर से अपील की है कि वे सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वाले सभी बच्चों का दाखिला प्राथमिकता के आधार पर करें। कागजी कार्रवाई में अगर कोई कमी है तो उसे व्यक्तिगत रुचि लेकर स्वयं दूर कराएं। देखा गया है कि कई स्कूलों में अभिभावकों को अपने बच्चों का दाखिला कराने के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती है। उनके कई चक्कर लगवाए जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। यह भी ध्यान रखा जाए कि पिछले शिक्षा सत्र 2021-22 में जितने बच्चे प्रत्येक क्लास में पढ़ाई कर रहे थे वे सभी आगे की क्लास में जरूर पढ़ाई करने के लिए आएं। एक भी छात्र ड्रॉपआउट ना रहे।
अगर पिछला बच्चा स्कूल नहीं आ रहा है तो उसको स्कूल आने के लिए हर संभव प्रयास करें। मंच ने कहा है कि ऐसा ना हो कि एक स्कूल में 50 बच्चे ड्रॉप आउट हुए और 50 बच्चे नए दाखिले में आए। तो इससे कोई फायदा नहीं होगा। ड्रॉपआउट को हर हालत में रोकना है। तभी सरकारी स्कूलों में नए दाखिले की बढ़ोतरी मानी जाएगी।