बल्लभगढ़ (अतुल्य लोकतंत्र ):बालाजी कॉलेज बल्लभगढ़ में 15 वीं वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के निदेशक जगदीश चौधरी ने उद्घाटन सत्र में कहा कि “21वीं सदी में मानवीय एकाकी और निजता के कारण उसके जीवन में कुंठा, मानसिक असंतुलन और व्यवहार का चिड़चिड़ापन पूरे विश्व में बहुत तेजी से बढ़ा है । समाज की गतिविधियों, खेलो और सामूहिक सहभाग की कमी के कारण शारीरिक और मानसिक रूप से मनुष्य कमजोर हुआ है।
खेल ने केवल मनुष्य को शारीरिक रूप से नही अपितु वैचारिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं। जीवन के निर्णय लेने में, सुखी जीवन जीने में, कठिनाइयों में हार ना मानने में और श्रम का सम्मान करने में खेल आधार का काम करते हैं । हम खेलें, जी भर के खेलें परंतु मर्यादा और सम्मान के साथ ।”
इसके उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि भारतीय जल शिक्षण एवं शोध संस्थान के निदेशक संजय गुप्ता ने आपसी सद्भाव, सहयोग एवं मिलकर सीखने को खेल के उद्देश्य के रूप में स्पष्ट किया और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए उनको शुभकामनाएं दी।
खेलकूद प्रतियोगिता सम्मान समारोह सत्र में मुख्य अतिथि जेसी बोस विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के डीन प्रोफेसर अरविंद गुप्ता ने सभी विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। प्रोफेसर गुप्ता ने कहा की आज के समय में हम अपने संस्कारों, परंपराओं से कटते जा रहे हैं। गलतफहमियों को सफलता मान रहे हैं । परंतु जीवन की थोड़ी सी कठिनाई में भी मनुष्य का हौसला हार जाना उसके खोखले पन का प्रतीक है । इसलिए मानसिक मजबूती शारीरिक गतिशीलता और कौशल ज्ञान मनुष्य की संपूर्णता की ओर मार्ग प्रशस्त करता है । आज के खेल आपको अनेक दिशाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन हेतु तैयार करेंगे ।
बालाजी कॉलेज की पाठ्य सहगामी क्रियाओं की समन्वयक प्रोफेसर दिनेश कुमारी ने बताया कि आज पुरुष वर्ग में 8 और महिला वर्ग में 8 प्रतियोगिताओं सहित कुल 16 प्रतियोगिताएं आयोजित की गई, जिसमें कुछ व्यक्तिगत और कुछ समूह प्रतियोगिताएं थी। रस्साकशी आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें तीसरे चक्र में फैसला हो सका। इस खेलकूद प्रतियोगिता में सहदेव को पुरुष वर्ग में तथा कविता को महिला वर्ग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।
इस अवसर पर बालाजी कॉलेज के प्राध्यापक चेतन प्रकाश, निधि गुप्ता,सुषमा, ममता मलिक, उषा डागर, मंजू, रविंद्र सिंह, संतोष कुमार , संदीप सहित सैकड़ों विद्यार्थी शामिल हुए।