हमेशा एक-दूसरे के धुर विरोधी रहने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बीच की दूरियां कम हो रही हैं। इसकी बानगी चिरायु वितरण कार्य वितरण कार्यक्रम में देखने को मिली। CM मनोहर लाल ने कार्यक्रम में अनिल विज की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उनकी देखरेख में राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है।
राज्य को दिलाए कई पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से हरियाणा अन्य प्रदेशों से बेहतर है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग निरंतर स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण और विस्तारीकरण के लिए काम कर रहा है, जिसकी बदौलत प्रदेश को कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।
हरियाणा में 18 हजार डॉक्टरों की कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार 1000 जनसंख्या पर एक डॉक्टर होना चाहिए। इस प्रकार हरियाणा में लगभग 28,000 डॉक्टरों की आवश्यकता है और वर्तमान में 13,000 डॉक्टर हैं, इसलिए हमने नए बनने वाले डॉक्टरों से भी अपील की है कि वे 5 वर्ष सरकारी सेवाओं में अवश्य लगाएं ताकि आमजन को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके।
5 लाख परिवारों को मिले चिरायु कार्ड
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में चिरायु कार्ड वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान पूरे राज्य में 2000 स्थानों पर 5 लाख परिवारों को कार्डों का वितरण हुआ। सीएम ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत 20000 के करीब लाभार्थियों को मिलता है लाभ, लेकिन अब 60000 के करीब लोगों को लाभ मिल रहा है।
500 करोड़ का आएगा खर्च
चिरायु कार्ड योजना शुरू करने के बाद राज्य के खजाने पर करीब 500 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसके लिए राज्य भर में करीब 729 निजी और सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। इसके साथ ही सरकार राज्य के सरकारी अस्पतालों में ICU फैसिलिटी शुरू कराने जा रही है। इस पर तेजी से काम किया जा रहा है।