*समान नागरिक संहिता लागू हो जाने से पूरे देश में शादी, तलाक उत्तराधिकारी और गोद लेने जैसे सामाजिक मुद्दे सभी एक समान कानून के अंतर्गत आ जाते है, इसमें धर्म के आधार पर कोई अलग कोर्ट या अलग व्यवस्था नहीं होती है, जब राष्ट्र एक मत हो जाएगा तो समान नागरिक संहिता अस्तित्व में आ जाएगी देश के नागरिकों को धार्मिक और जातीय मामलों में समानता प्रदान करना ही “यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी” “समान नागरिक संहिता” कानून है इसलिए समान नागरिक संहिता समय की मांग और जरूरत है स्थानिय श्रदा मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल मैं “श्री हरि देव अंतर्राष्ट्रीय सेवा संघ” द्वारा आयोजित एक देश एक कानून व जनसंख्या नियंत्रण कानून आयोजन में सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए आरोग्य भारती के प्रांत संयोजक डॉ अश्वनी गौड़ ने आगे कहा कि यह बहस अंग्रेजी शासन के समय से ही चली आ रही है देश आजाद होने के बाद संविधान जब बना तो उसमें इसे लागू करने के प्रावधानों को संविधान के भाग 4 के अनुच्छेद 44 में वर्णित किया गया और राज्य के नीति निर्देशक तत्व में इसे लागू करने का लक्ष्य राज्यों के लिए रखा गया लेकिन तब से लेकर आज तक केवल यह गोवा में ही लागू हो पाया है बाकी राज्यों व देश में धार्मिक मामलों में अलग-अलग कानून प्रचलित है डॉक्टर अश्वनी गौड़ ने आगे कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या पर अंकुश लगाना देश के चहुंमुखी विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है यदि इस दिशा में सार्थक कदम नहीं उठाए गए तो वह दिन दूर नहीं जब स्थिति हमारे नियंत्रण से बाहर हो जाएगी जनसंख्या वृद्धि की रोकथाम के लिए केवल प्रशासनिक स्तर पर ही नहीं अपितु सामाजिक धार्मिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास आवश्यक हैं सभी स्तरों तक इसकी रोकथाम के लिए जनमानस के प्रति जागृति अभियान छेड़ा जाना चाहिए भारत सरकार ने विगत वर्षों में इस दिशा में अनेक कदम उठाए हैं परंतु इन्हें सार्थक बनाने के लिए और भी अधिक कठोर कदम उठाना आवश्यक है| इस अवसर पर “श्री हरि देव अंतरराष्ट्रीय सेवा संघ” के कानूनी सलाहकार श्री जीत सिंह भाटी ने कहा जन जागरण जागरूकता अभियान बनाने के उद्देश्य से इसे 27 मार्च 2022 को हरिद्वार से दिल्ली से पदयात्रा निकाली जाएगी जिसमें भारतवर्ष की सभी धार्मिक संस्थाएं, सामाजिक संस्थाएं, एनजीओ और राष्ट्रीय विचारधारा वाले व्यक्तियों को सम्मिलित किया गया है| इस अवसर पर “श्री हरी देव अंतर्राष्ट्रीय सेवा संघ” के मुख्य संरक्षक श्री प्रेम सागर गुप्ता व सलाहकार श्री विवेक गुप्ता, श्री के.एम. जिंदल ने आश्वासन दिया है कि वे संपूर्ण भारतवर्ष में वैश्य समाज से संपर्क करेंगे और इस आंदोलन से जुड़ने के लिए प्रेरित करेंगे इस अवसर पर कुमारी प्रज्ञा सिंह को राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोनीत किया गया तथा श्री राजकुमार आर्य व् अन्य गणमान्य ब्यक्तियो ने अपनी सहभागिता व पूर्णरूप से सहयोग देने का आस्वासन दिया व फरीदाबाद के सभी आसपास के गांव में इस अभियान को चलाने की प्रतिज्ञा ली*
समान नागरिक संहिता समय की मांग और जरूरत है—-डॉक्टर अश्वनी गौड़*
Deepak Sharma
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