निजी स्कूल हड़ताल पर, सरकार के खिलाफ प्रर्दशन के बाद सीएम के नाम दिया ज्ञापन
Faridabad/Atulya Loktantra : हरियाणा सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों की अस्थाई मान्यता एक्सटेंड न करने और स्थाई मान्यता के प्रति उदासीन रवैये के खिलाफ स्कूल संचालकों ने शुक्रवार को स्कूल बंद रखे तथा यूनाईटेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन फरीदाबाद व बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सैकड़ों स्कूल संचालकों ने सैक्टर-12 लघु सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। हरियाणा सरकार द्वारा निजी स्कूलों की जा रही अनदेखी और समय-समय पर नए-नए रूल लागू कर परेशान करने की नीति से दुखी होकर स्कूल संचालक आज सरकार विरोधी नारे लगाते हुए दिखाई दिए।
यूनाईटेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रधान नन्दराम पाहिल ने कहा कि निजी स्कूल राष्ट्र के निर्माण के लिए कम फीस में विद्यार्थियों का भविष्य बना रहे हैं देश को वैज्ञानिक, इंजीनियर, डॉक्टर और वकील दे रहे है। हरियाणा सरकार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सही नहीं होने के कारण उनके स्कूलों का जन्म हुआ है। सरकार पहले सरकारी स्कूलों के शिक्षा स्तर को सुधारे तभी निजी स्कूलों के खिलाफ तभी कोई कदम उठाए। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने 22 साल तक स्कूलों को एक्सटेंशन देकर बच्चों के भविष्य के लिए काम किया। भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले स्कूलों को स्थाई मान्यता देने का वायदा किया था लेकिन 5 साल बितने के बाद भी वायदा पूरा नहीं किया जिसकी वजह से गुरू सडक़ों पर है।
बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान चन्द्रसेन ने कहा कि हरियाणा में अस्थाई स्कूलों में लगभग 12 लाख के आस-पास बच्चे पढ़ रहे है और लगभग 50 हजार शिक्षक काम कर रहे है। इनके बंद करने से ये सडक़ो पर होंगे। जिन स्कूलों को स्थाई मान्यता मिली हुई है उन्हे दोबारा से फार्म-2 भरवाकर मान्यता देना चाहते है जिसका एसोसिएशन विरोध करती है। उन्होंने कहा कि सरकार ये नीति अपनाकर शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार को जन्म देना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो सरकार परमानेंट हड़ताल पर जाने को तैयार हैं और इस चुनाव में सरकार के खिलाफ डोर-टू-डोर जाकर विरोध करेंगे।