पलवल ( अतुल्य लोकतंत्र ): ब्यूरो/ हसनपुर थाना पुलिस ने 12 दिन पहले ज्वैलर की गला दबाकर हत्या करके सोना, चांदी व नगदी चोरी मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। जबकि आरोपी का दूसरा साथी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। दोनों आरोपियों ने पैसे के लेनदेन को लेकर इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।
मिली सफलता का खुलासा प्रेस वार्ता में करते हुए डीएसपी ट्रैफिक पलवल संदीप मोर ने बताया कि गांव लिखी निवासी ललित कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थी कि हसनपुर में जटोली गांव के रोड पर उसके पिता वेदप्रकाश ने ज्वेलरी की दुकान खोली हुई है। उसके पिता वेदप्रकाश रोजाना की तरह 24 अगस्त को भी घर से दुकान पर गए थे। लेकिन जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटे। तो वह अपने छोटे भाई विश्वेंद्र के साथ दुकान पर गया और देखा की दुकान की शटर बाहर से बंद है और ताला लगा हुआ है। इसके बाद उन्होंने अपने चचेरे भाई कृष्ण व टेकचंद को फोन करके मौके पर बुला लिया और जब शटर के नीचे झांक कर देखा। तो दुकान के अंदर उसे अपने पिता के पैर दिखाई दिए। इसके बाद पड़ोसियों की मदद से दुकान के शटर का बाहर लगा ताला तोड़ा।
तो दुकान में उसके पिता के गले में फंदा लगा हुआ था और अलमारी के हुक से लटके हुए थे। पास जाकर देखा तो उनके पिता की मौत हो चुकी थी। ललित कुमार ने शिकायत में बताया है कि उनकी दुकान का सामान बिखरा पड़ा हुआ था। उसके पिता का फोन व बाइक भी गायब थी। दुकान से करीब 300 ग्राम सोना, साढ़े 6 किलो चांदी व तिजोरी से कैश भी गायब था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में शिकायत के आधार पर हत्या का केस दर्ज करके शव का पोस्टमार्टम कराकर उसके परिजनों को सौंप दिया और आगे की कार्रवाई में जुट गई।
आगे डीएसपी ट्रैफिक पलवल ने बताया कि इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह द्वारा भी स्वयं मौके का मुआयना किया गया और हत्या आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए। जिस संबंध में कार्रवाई करते हुए हसनपुर थाना पुलिस ने दो सितंबर को लिखी चौक से पुलिस इंटेलिजेंस व विश्वसनीय सूत्रों के आधार पर गांव निवासी रविंद्र को गिरफ्तार किया। जब पुलिस ने रविंद्र से गहनता से पूछताछ की। तो सारे मामले का खुलासा हुआ। पूछताछ के दौरान रविंद्र ने पुलिस को बताया कि गांव निवासी उसके दोस्त धीरज का वेदप्रकाश के साथ पैसों का लेनदेन था। 24 अगस्त को वो दोनों वेद प्रकाश से पैसे लेने के लिए उसकी दुकान पर गए और जब उसने पैसे ना होने की बात कही। तो उन्होंने पहले जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर वेदप्रकाश को पिला दिया। जब वह बेहोश हो गया। तो बाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और दुकान में रखे हुए सोना, चांदी और कैश को लेकर मौके से फरार हो गए थे।
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी रविंद्र की निशानदेही पर मृतक वेद प्रकाश की मोटरसाइकिल को किठवाड़ी चौक पलवल से बरामद कर लिया गया है जाँच मे बाकी चोरी किया हुआ जेवरात एवं नगदी फरार मुख्य आरोपी धीरज के पास होना पाया गया है जिसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है ।