अयोध्या/अतुल्यलोकतंत्र : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि श्रीलंका में क्या हुआ, कुछ यही स्थिति 2014 से पहले भारत में थी। अयोध्या और फैजाबाद में कैसे-कैसे बम धमाके हुए, कोई इसे भूल सकता है क्या? वे दिन कैसे भूल सकते हैं जब देश में कहीं न कहीं बम धमाके होते थे। पिछले पांच साल में बम धमाकों की खबरें आनी बंद हुई हैं। हमारे पड़ोस में आतंक की फैक्ट्री चल रही है।
ये आतंकी देश में एक कमजोर सरकार के इंतजार में हैं। ये मौके की ताक में बैठे हैं। जैसे सड़कों पर लिखा रहता है- सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। ये आतंकवाद का खेल भी ऐसा है। सावधानी हटी नहीं, मौत का बुलावा आया नहीं। सपा, बसपा या कांग्रेस… इनका आतंक पर नरमी का पुराना रेकॉर्ड रहा है। सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों को पकड़ती थी, ये वोट के लिए उन्हें छोड़ देते थे। यह बात प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को अयोध्या में जनासभा को संबाेधित करते हुए कही। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने जय श्रीराम के नारे लगवाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब आम्बेडकर का नाम जिस शहर से जुड़ा हो, जिस शहर से राम मनोहर लोहिया जी का नाम जुड़ा हो। ऐसे शहर में आकर मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। आगे कहा कि ये मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की भूमि है। ये स्वाभिमान की धरती है। देश में यही स्वाभिमान पिछले 5 साल में और बढ़ा है।
मोदी ने कहा कि हम 130 करोड़ लोगों की भुजाओं को साथ लेकर चले हैं। अब इन्ही भुजाओं की सामर्थ्य पर हम नए भारत का सपना साकार करने की तरफ बढ़ रहे हैं। आज इस भीड़ को देखकर विरोधी लोगों का बीपी बढ़ जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अयोध्या में दीप तो हज़ारों वर्षों से जलते आए हैं, लेकिन अब जो दीपावली मनाई जाती है, वो दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है। योग, हमारी संस्कृति का सदियों से हिस्सा है। लेकिन पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाए, ये काम हमारी सरकार ने किया है। कुंभ भी हज़ारों साल से होता आ रहा है। लेकिन जो दिव्यता और भव्यता इस बार प्रयागराज में दिखी वो अभूतपूर्व है।