नई दिल्ली/अतुल्यलोकतंत्र: शाहजहांपुर की एलएलएम की छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं. संत समाज स्वामी चिन्मयानंद पर बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाली बैठक में स्वामी चिन्मयानंद को संत समाज से बाहर करेगा. बैठक में सभी 13 अखाड़ा परिषद के साधु-संत शामिल होंगे.
स्वामी चिन्मयानंद संत परंपरा से आते हैं और वह महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर भी हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सूत्रों के मुताबिक स्वामी चिन्मयानंद संत परंपरा से आते हैं लेकिन यह कृत्य निंदनीय और शर्मनाक है लिहाजा इससे साधु-संतों की बदनामी हो रही है. कानून के मुताबिक उन्हें सजा भुगतनी पड़ेगी, लेकिन संत समाज भी उन्हें अपने सानिध्य से बहिष्कृत करेगा.
अखाड़ा परिषद ने यह भी कहा कि जब तक कोर्ट के आदेश से वह निर्दोष साबित नहीं होते तब तक वह संत समाज से बहिष्कृत ही रहेंगे. स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद उनके वकीलों ने उन्हें जमानत दिलाने की भरसक कोशिश की लेकिन शनिवार को छुट्टी होने की वजह से अदालत में उनकी अर्जी स्वीकार नहीं हो सकी.