केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को ज्ञानी बाबा बताते हुए उनका मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा कि श्वेत पत्र जारी करने के बजाय राहुल गांधी को आत्मावलोकन करना चाहिए क्योंकि कांग्रेस शासित राज्य कोविड प्रबंधन में बुरी तरह विफल साबित हुए हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी आरोप लगाया कि कोरोना की दूसरी लहर कांग्रेस शासित राज्यों से ही शुरू हुई। उन्होंने कांग्रेस पर महामारी के खिलाफ लड़ाई में अड़ंगा डालने का भी आरोप लगाया।
राहुल गांधी की ओर से केंद्र सरकार पर उंगली उठाए जाने के बाद भाजपा की ओर से स्मृति ईरानी मैदान में उतर गईं। उन्होंने राहुल गांधी को ज्ञानी बाबा बताते हुए कहा कि वे आज प्रधानमंत्री को ज्ञान के मोती दे रहे हैं मगर उन्हें आत्म निरीक्षण भी करना चाहिए। ईरानी ने कहा कि हर किसी को पता है कि दूसरी लहर की शुरुआत कांग्रेस शासित राज्यों से ही हुई। देश में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें भी कांग्रेस शासित राज्यों में ही दर्ज की गई हैं।
राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद स्मृति ईरानी ने ताबड़तोड़ ट्वीट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना के सबसे ज्यादा मामले कांग्रेस शासित राज्यों में ही दर्ज किए गए। वैक्सीन को लेकर कांग्रेस शासित राज्यों में ही हिचकिचाहट पैदा की गई। कांग्रेस शासित राज्यों में ही सबसे अधिक सकारात्मकता दर भी दर्ज की गई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों की ओर से ही केंद्र सरकार से वैक्सीन की खरीद के विकेंद्रीकरण की मांग की गई थी। केंद्र सरकार की ओर से अनुमति दिए जाने के बाद जब ये राज्य फेल हो गए तो अपने रुख से पलट गए। कांग्रेस शासित राज्य टीकाकरण के मामले में भी फिसड्डी साबित हुए। ऐसे में ज्ञानी बाबा देश की सरकार को ज्ञान देने में लगे हुए हैं। उन्हें अपनी पार्टी और अपनी पार्टी द्वारा शासित राज्यों को देखना चाहिए।
भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वैक्सीन को लेकर लोगों में हिचकिचाहट और भ्रम पैदा करने का करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होंने अभी तक टीका लगवाया है या नहीं।