आतंकवाद के कारण पूरी दुनिया में मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है। निर्दोष जनता परेशान होती है। आतंकवादियों से सहानुभूति रखना मानवाधिकारों का बड़ा नुकसान है। इसलिए हमें आतंक का महिमामंडन नहीं करनी चाहिए।
ये बात नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस अरुण मिश्रा ने कही। वे मानवाधिकार दिवस पर भारत मंडपम में हुए इवेंट में मौजूद थे। 2023 में मानवाधिकारों के यूनिवर्सल डिक्लरेशन की 75वीं एनिवर्सिरी भी मनाई गई।इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कॉर्डिनेटर शोम्बी शार्प और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हमारी सभ्यता, लोकाचार और संवैधानिक रूपरेखा मानव अधिकारों की सुरक्षा और उनके पालन के लिए हमारे कमिटमेंट को दिखाती है। यह हमारे डीएनए में है।