बिहार अतुल्यलोकतंत्र: चमकी बुखार मामले पर SC सख्त, केंद्र, बिहार व यूपी सरकार को नोटिस भेजकर सात दिन में मांगा जवाब | इस बीच जब कुछ लोगों ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया तो पुलिस ने ऐसे 39 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है। ये लोग पानी की किल्लत और चमकी बुखार से हुई मौतों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
चमकी बुखार के खिलाफ प्रदर्शन |
लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. ये मामला बिहार के वैशाली (Vaishali) के हरिवंशपुर गांव (Harbanspur Village) का है. Bihar Police पुलिस के इस कदम के बाद गांव वाले खौफ में है. जिन लोगों के खिलाफ FIR केस दर्ज हुआ है उन्होंने गांव छोड़ दिया है, हरिवंशपुर गांव में अब सिर्फ महिलाएं बची हैं.
चमकी बुखार से बिहार में 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। प्रशासन की कोशिशों के बावजूद मरने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। इस बीच जब कुछ लोगों ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया तो पुलिस ने लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। ये लोग पानी (water) की किल्लत और चमकी बुखार से हुई मौतों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

जिन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई उन्होंने गांव खाली कर दिया है. गांव की महिलाओं ने कहा कि हमारे बच्चों की मौत हुई है, हमने Road जाम किया था, लेकिन प्रशासन ने हमारे खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया है. जिनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है उन्होंने गांव छोड़ दिया है, वे अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी कमाने वाले एकमात्र शख्स थे.
चमकी बुखार से बिहार में अबतक + 150 से ज्यादा बच्चों की मौत के खिलाफ प्रदर्शन
बता दें कि हरिवंशपुर (Harbanspur Village) के लोगों ने रविवार (23 जून) को सांसद और विधायक का विरोध किया था। बच्चों की मौत से नाराज लोगों ने लालगंज से LJP विधायक (Raj Kumar Sha) राजकुमार साह को कुछ देर के लिए बंधक बना लिया था। यही नहीं उन्होंने एलजेपी सांसद पशुपति कुमार पारस को बंधक बना लिया था। यहां के लोग इस बार से नाराज थे कि इतनी बड़ी आपदा के बाद यहां कोई जनप्रतिनिधि नहीं आया था।
रामविलास पासवान का राजनीति क्षेत्र हरिवंशपुर गांव |
वैशाली (Vaishali) का हरिवंशपुर गांव (Harbanspur Village) रामविलास पासवान का राजनीति क्षेत्र रहा है. हालांकि (Ram Vilas Paswan) पासवान इस क्षेत्र हरिवंशपुर गांव के जनप्रतिनिधि नहीं हैं। इस इलाके के लोग पिछले कुछ दिनों से पानी की किल्लत और चमकी बुखार से काफी प्रभावित हैं, लेकिन रामविलास पासवान यहां नहीं पहुंचे थे। 22 June, 2019 को यहां के लोगों ने रामविलास पासवान की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए थे।
इन लोगों ने पोस्टर (Poster) में लिखा था, पानी से हाहाकार, हमारा सांसद फरार. पोस्टर में लिखा था कि रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का पता बताने वाले को 15 हजार (15 Thousand) का इनाम दिया जाएगा. इसके एक ही दिन बाद LJP सांसद पशपुति पारस यहां पहुंचे थे. लेकिन उन्हें लोगों का विरोध झेलना पड़ा था, इसके बाद 39 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी.