औद्योगिक नगरी में कोरोना विकराल होता जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे में पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया। इस दौरान 1245 मरीज भी आए। रिकवरी दर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को रिकवरी दर घटकर 88.3 फीसदी पहुंच गई। इस दौरान महज 478 मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंचे।
हालात बेकाबू होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निजी अस्पतालों में बेड की मारामारी हो रही है। कोई भी निजी अस्पताल बेड उपलब्ध नहीं करा पा रहा। ऐसी ही हालत सरकारी अस्पतालों में भी होने लगी है। तेजी से बढ़ते संक्रमण ने स्वास्थ्य विभाग की बेचैनी बढ़ा दी है।
विभाग को समझ नहीं आ रहा कि इसे कैसे नियंत्रित किया जाए। हैरानी की बात यह है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी लोग कोविड गाइड लाइन का पालन करने को तैयार नहीं। पुलिस बाजारों में भीड़ नियंत्रित नहीं कर पा रही। अष्टमी के दिन शहर के कई हिस्सों में भंडारा आयोजित किया गया। जहां लोग बेखौफ होकर भीड़ में भंडारे के लिए उतावले नजर आए। लेकिन पुलिस इन सबकी अनदेखी करती रही।
वहीं दूसरी ओर अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने समीक्षा बैठक कर सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। फरीदाबाद के अस्पतालों में इलाज कराने पड़ोसी राज्यों और जिलों के मरीज भी आ रहे हैं। इनमें दिल्ली, यूपी के मथुरा, आगरा, अलीगढ़, हरियाणा के पलवल और गुड़गांव के मरीज भी शामिल हैं। ऐसे में अब अस्पतालों में बेड खत्म हो गए हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की समीक्षा करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग संजीव कौशल ने कहा कि कोरोना आपदा के इस दौर में संक्रमण रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरत मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग (संपर्क) करने की है। ऐसे में मरीजों के संपर्क ट्रेसिंग की संख्या बढ़ाई जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए देते हुए कहा कि सभी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बेड कोविड मरीजों के लिए तुरंत आरक्षित किए जाएं। साथ ही जो मरीज होम आइसोलेशन में हैं, स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक मरीज को दवा व जरूरी सामान की किट मुहैया कराए। दो दिन के बाद डॉक्टरों की विजिट भी कराई जाए।
आईटीआई में जल्द ही शुरू होगा हेल्पलाइन सेंटर
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जल्द कॉल सेंटर बनाने के निर्देश दिए। इस पर नवनियुक्त डीसी गरिमा मित्तल ने कहा कि आईटीआई में 35 लोगों के साथ जल्द ही हेल्पलाइन सेंटर शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही पिछले वर्ष शुरू किए गए जन सहायक एप को दोबारा से एक्टिवेट किया जा रहा है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जिले में 100 बेड का क्रिटिकल कोरोना केयर सेंटर स्थापित करने के निर्देश भी दिए।
इम्यूनिटी बूस्टर दवाएं बांटने के निर्देश
उन्होंने कहा दवाओं की निगरानी और कालाबाजारी पर सख्ती से निपटा जाए। लोगों को समय पर बेहतरीन सुविधाएं व दवाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने ऑक्सीजन की जरूरत और स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने निगम को निर्देश दिए कि वह शहरी क्षेत्र में लगातार सेनेटाइजेशन का कार्य करे। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित बीडीपीओ इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी होंगे।
उन्होंने कहा कोरोना टेस्ट रिपोर्ट हर हाल में 24 घंटे में आ जाए। इसके साथ ही तुरंत रिपोर्ट के लिए उन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्टों की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में डिवीजनल कमिश्नर संजय जून, डीसी गरिमा मित्तल, निगम कमिश्नर जितेंद्र कुमार यादव, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, सीटीएम मोहित कुमार, सीएमओ डा. रणदीप सिंह पूनिया सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
कोरोना फाइल फैक्ट
- फरीदाबाद में कोरोना: कुल 629239 सैंपल
- निगेटिव -568179
- पॉजिटिव-58073
- रिपोर्ट पेंडिंग-2987
- ठीक हुए- 51286
- अस्पताल में आइसोलेट-865
- घर में आइसोलेट-5474
- कोरोना से मौत-448