( अतुल्य लोकतंत्र के लिए वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद् ज्ञानेंद्र सिंह रावत की कलम से )..
हरियाणवी लोगों के ज्ञान के चर्चे अक्सर सुने जाते हैं, और तो और हरियाणवी लोगों के बारे में कहावतें भी ढेरों सुनी जाती हैं। गत दिनों हरियाणवी मंत्री के ज्ञान के बारे में सर्वत्र चर्चा आम हुयी कि राज्य की भाजपा सरकार में बल्लभगढ़ के विधायक जो मंत्री भी हैं उनका ज्ञान कितना विषद है जो हास्य का विषय बन गया है।
हुआ यह कि बल्लभगढ़ के कई बार के विधायक श्री मूलचंद्र शर्मा जो अब मंत्री भी हैं, उनसे जब सीडीएस जनरल विपिन रावत की हैलीकाप्टर दुर्घटना में हुये निधन पर जब पत्रकारों ने अपनी प्रतिक्रिया देने का अनुरोध किया तब उन्होंने जनरल रावत का नाम का ही गलत उल्लेख किया। पहले उन्होंने उन्हें कैप्टन विपिन यादव बताया और जब लोगों ने उनसे कहा कि यह गलत है और सही नाम जनरल विपिन रावत है। उसके बाद भी मंत्री महोदय ने उनको कैप्टन विपिन रावत कहा।
यह कितने दुख का विषय है कि राज्य सरकार का एक कैबिनेट मंत्री देश के सीडीएस जनरल विपिन रावत का नाम भी नहीं जानता और उन्हें जनरल की जगह कैप्टन बता रहा है।
यह कैसी विडम्बना है कि देश की सबसे बडी़ और वह भी आदर्श, चरित्र, संस्कृति की सबसे बडी़ अलम्बरदार होने का दंभ भरने वाली पार्टी भाजपा का एक मंत्री देश के सुरक्षा सेनाओं के प्रमुख का नामतक नहीं जानता और लोगों द्वारा बताये जाने के बावजूद उनका नाम और पद का नाम गलत बोलता है। यह इस बात का साक्षी है कि भाजपा के मंत्री कितने सभ्य और कितने बुद्धिमान हैं। जहां तक उनके ज्ञान के भंडार का सवाल है, वह उनका वक्तव्य अधकचरे ज्ञान का जीवंत प्रमाण है। वह यह साबित करता है कि भाजपा के अंदर भी इतने गुणी और विद्वान मंत्री मौजूद हैं जो समय-असमय अपने ज्ञान का परिचय देते नहीं थकते। जय हो भाजपा और उनके उस कैबिनेट मंत्री का जिसने भाजपा के दंभ को चकनाचूर करने का काम किया है। यह भाजपा के वीभत्स और वीभत्स संस्कृति का ज्वलंत प्रमाण है।