फरीदाबाद, 11 फरवरी। 37 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला के पार्टनर देश संयुक्त गणराज्य तंजानिया द्वारा मेला परिसर में मुख्य चौपाल के पीछे तंजानिया पवैलियन में देश के शिल्पकारों व बुनकरों के उत्पाद पर्यटकों को रिझा रहे हैं।
संयुक्त गणराज्य तंजानिया इस वर्ष शिल्प मेला में पार्टनर देश के रूप में भागीदारी कर रहा है। इस देश के कलाकार भी मुख्य व छोटी चौपाल पर अपने देश की समृद्ध संस्कृति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों पर अमिट छाप छोड रहे हैं।
तंजानिया के स्टॉल पर राष्ट्रीय ध्वज के अलावा महिलाओं के आभूषण, वस्त्र तथा समुद्र से बनाए गए सी-वीड पाउडर विशेष रूप से प्रदर्शित की गई है।
तंजानिया की स्टॉल पर महिलाओं के आभषण में माला, पर्स, चूडियां, टोकरी इत्यादि उपलब्ध हैं। तंजानिया की टीम में 30 से अधिक प्रतिनिधि हैं, जिनमें कलाकार, संगीतज्ञ व स्टॉल के प्रभारी शामिल हैं।
इस स्टॉल में अफ्रीका के सबसे ऊंचे पर्वत किलामंजरो की तस्वीर भी प्रदर्शित की गई है, जिसकी समुद्री तल से ऊंचाई 5895 मीटर है। यह पर्वत अफ्रीका का सबसे ऊंचा पर्वत है। इसके अलावा वन्य प्राणी अभ्यारण्य की तस्वीर भी प्रदर्शित की गई है, जिसमें शेर, हाथी, भैंस, बाघ तथा गेंडा जैसे पशु पाए जाते हैं।
तंजानिया में तैयार किया जा रहा सी-वीड पाऊडर पूरी तरह शाकाहारी है, जिसका प्रयोग एशिया के विभिन्न देशों जापान, चीन व थाइलैंड इत्यादि में किया जाता है। इस पाउडर में उच्च एंटी-ऑक्सिडेंट तत्व तथा प्राकृतिक समुद्री खनिज मिश्रण पाए जाते हैं। यह विटामिन बी तथा विटामिन सी, मैगनिशियम इत्यादि का बड़ा स्त्रोत है।
यह पाऊडर शरीर में शुगर के स्तर को स्थिर करने में मददगार है तथा शरीर के सभी अंगों तक बेहतर ढंग से रक्त संचरण करने में भी मददगार है। सी-वीड पाऊडर का खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में प्रयोग किया जाता है तथा इसका सेवन सलाद, सूही रोल्स इत्यादि के माध्यम से किया जाता है। यह स्नैक्स, बॉडीलोशन तथा आभूषण में भी इस्तेमाल होता है।