Faridabad/Atulya Loktantra : भाजपा के सीएम खट्टर ने इस बार रैली करके 75 पार का नारा दिया है लेकिन 75 पार करना भाजपाईयों के लिए टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। फरीदाबाद शहर के कुछ मौजूदा विधायक अपनी सीट ही बचा ले तो गनीमत होगी, क्योंकि इन विधायकों से जनता खासी नाराज है और इस विधानसभा में इन्हे मजा चखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, ऐसे में भाजपा कैसे अपने ब्यान को सच साबित कर पाएगी। इतना ही नहीं विपक्षी पार्टियां इस बात की प्रार्थना कर रही हैं कि भाजपा मौजूदा विधायकों को ही टिकट दे ताकि जनता अपनी नाराजगी प्रकट करे और अधिकतर सीटों पर उनकी जीत हो.
सूत्रों की माने तो अगर पृथला से विधायक टेकचंद शर्मा, बडखल से सीमा त्रिखा, बल्लभगढ़ से मूलचंद शर्मा और एनआईटी से नगेन्द्र भडाना को टिकट मिलती है तो भाजपा को ये सीटे गवानी पड़ सकती है। वहीं तिगांव से देवेन्द्र चौधरी मजबूत उम्मीदवार नजर आ रहे हैं और ओल्ड फरीदाबाद से विपुल गोयल को जनता पसन्द कर रही है।
जनता ये तो मानती है कि हरियाणा भाजपा सरकार ने फरीदाबाद के विकास के लिए अच्छे खासे पैसे दिए लेकिन जनता यह भी मानती है कि कई भाजपा और समर्थक विधायकों ने खूब घोटाले किये हैं और सरकारी पैसों की बंदरबांट हुई है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दावे कर रहे हैं कि उन्होंने फरीदाबाद के विकास के लिए 12 हजार करोड़ रुपये दिए हैं लेकिन जनता उनके दावे सुनकर हैरान है। फरीदाबाद में ना तो कोई बड़ा प्रोजेक्ट आया, सरकारी इमारतों, सीवर और सडक़ों में घटिया मैटेरियल लगाकर विधायक ने कमीशनखोरी करके मोटा मुनाफ़ा कमाया।
अगर भाजपा ने वर्तमान विधायकों के टिकट काटकर अच्छे उम्मीदवारों को मौका दिया तो दोबारा सरकार बनने पर सही विकास हो सकता है लेकिन जनता यह भी तय कर चुकी है कि अगर वर्तमान विधायकों को टिकट मिला तो इनको सबक सिखाना है। विपक्षी पार्टियां इसी बात का इन्तजार कर रही हैं। विपक्षी पार्टियां चाहती हैं कि भाजपा वर्तमान विधायकों को टिकट दे और जनता इन्हें सबक सिखाए।