इजराइल और हमास की जंग थमने की एक और उम्मीद को बड़ा झटका लगा है। रविवार इजराइली मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हमास और इस्लामिक जिहाद आतंकी संगठनों ने इजिप्ट के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है जिसमें कहा गया था कि अगर ये दोनों संगठन गाजा की हुकूमत किसी तीसरी ताकत को सौंप देते हैं तो इजराइल परमानेंट सीजफायर कर देगा।
दूसरी तरफ, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा का दौरा किया। बाद में कहा- हम फिर साफ कर देना चाहते हैं कि इजराइली सेना इस जंग को तब तक बंद नहीं करेगी, जब तक वो यहां से हर आतंकी संगठन का कब्जा खत्म नहीं कर देती।
- इजिप्ट में कई दिनों से हमास, इस्लामिक जिहाद और कुछ इजराइली अफसरों के बीच बातचीत चल रही थी। इसका मकसद गाजा में परमानेंट सीजफायर कराना था। ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ और ‘हेयोम’ अखबारों की रिपोर्ट्स के मुताबिक- यह बातचीत नाकाम हो गई है।
- इजिप्ट ने हमास और इस्लामिक जिहाद के सामने प्रस्ताव रखा था कि अगर वो परमानेंट सीजफायर चाहते हैं तो दो शर्तें माननी होंगी। पहली- तमाम बंधकों को फौरन रिहा करना होगा। दूसरी- गाजा की हुकूमत किसी तीसरी ताकत या संगठन को सौंपनी होगी। दोनों ही संगठनों ने यह मांग खारिज कर दी।
- न्यूज एजेंसी ‘रॉयटर्स’ से बातचीत में हमास के एक नेता ने कहा- इजिप्ट वाले हमारे भाई हैं, लेकिन उनकी दोनों बातें नहीं मानी जा सकतीं। सबसे पहले तो इजराइली हमले बंद होने चाहिए। इसके बाद कोई बातचीत हो सकेगी। इसमें बंधकों की रिहाई भी शामिल होगी। इस बातचीत में कतर भी शामिल था।