हमास के 10 लड़ाकों को पता था कि इजराइली खुफिया केंद्र को कैसे ढूंढ़ना है और इसके अंदर कैसे जाना है। इजराइल में घुसपैट करने के बाद, वे पांच मोटरसाइकिलों पर सावर होकर पूर्वी दिशा में आगे बढ़े। हर बाइक पर दो लड़ाके थे। आगे बढ़ते समय वे पास से गुजरने वाली गाड़ियों पर गोलियां बरसा रहे थे।
करीब 16 किलोमीटर बाद वे सड़क से हटकर जंगलों की ओर चले गए। यहां एक मिलिट्री गेट के बाहर उतर गए। गेट पर कोई गार्ड नहीं था। लड़ाकों ने यहां छोटे बम का इस्तेमाल करते हुए बैरियर तोड़ा। बेस में घुसे। ग्रुप सेल्फी ली। फिर एक निहत्थे इजराइली सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दी।
इजराइली सेना के अधिकारियों ने हमास की घुसपैठ से जुड़ी यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कैसे हमास ने ये सरप्राइज अटैक प्लान किया और मध्य-पूर्व की सबसे शक्तिशाली सेना को मात दी। उन्होंने बताया कि हमास इजराइली सेना की कमजोरियां और सीक्रेट्स जानता था।
आगे बढ़ने के लिए नक्शे की मदद ली
एक पल के लिए लड़ाके इस बात को लेकर अनिश्चित दिखे कि आगे कहां जाना है, लेकिन एक लड़ाके ने अपनी जेब से किसी कॉम्प्लेक्स (इमारत) का नक्शा निकाला। नक्शे की मदद से उन्हें आगे बढ़ने का रास्ता समझ आया।
फिर वे एक हाई सिक्योरिटी बिल्डिंग की तरह बढ़े। यहां दरवाजा खुला हुआ था। वे अंदर घुसे। एक ऐसे कमरे में पहुंचे जहां कई कंप्यूटर रखे थे। ये इजराइली सेना का इंटेलिजेंस हब था। आगे बढ़ने पर लड़ाकों को दो सैनिक मिले, दोनों ने शेल्टर ले रखी थी। फिर लड़ाकों ने इन्हें गोली मार दी।
ये पूरी घटना हमास के कमांडर के सिर पर लगे कैमरे में कैद हो गई। ये वही कमांडर है जो शनिवार यानी 7 अक्टूबर को मारा गया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजराइली ऑफिशियल्स के साथ इस वीडियो को देखा और वेरिफाई किया है।
ड्रोन से सर्विलांस कैमरे तबाह किए
हमास के लड़ाकों ने ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए गाजा की सीमा पर लगे इजराइली सेना के सर्विलांस कैमरे और कम्यूनिकेशन टावर तबाह कर दिए। इससे इजराइली सेना कमजोर पड़ गई। इसके बाद लड़ाकों ने बम से इजराइल की सीमा पर लगे बैरिकेड्स को उड़ा दिया।
बुलडोजर से सीमा पर लगे तारों को तोड़ दिया, जिससे एक बार में 200 लड़ाके घुस गए। 7 अक्टूबर को करीब 1,800 लड़ाकों ने घुसपैठ की। मोटरसाइकिलों, पिक-अप ट्रक पर सवार होकर इन लड़ाकों ने 8 मिलिट्री बेस और 15 गांव में एक-साथ हमला किया और तबाही मचा दी।
इजराइली मिलिट्री की वर्किंग जानता था हमास
हमास के प्लानिंग डॉक्यूमेंट्स, वीडियो और सुरक्षा अधिकारियों के बयानों से ये साफ होता है कि लड़ाकों को इजराइली मिलिट्री की वर्किंग के बारे में सटीक जानकारी थी। वो ये जानते थे कि सेना की स्पेसिफिक यूनिट कहां तैनात है। इतना ही नहीं, हमास के लड़ाकों को इस बात की भी जानकारी थी कि किन इलाकों में सेना को पहुंचने में और दोबारा इकट्ठा होने में कितना समय लगेगा।
इजराइली सेना का कहना है कि जंग खत्म होने के बाद वह जांच करेगी कि हमास इतनी आसानी से उनकी सुरक्षा में सेंध लगाने में कैसे कामयाब हो गया।