उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। नेता एक-दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं। सबसे ज्यादा जुबानी जंग समाजवादी पार्टी और भाजपा नेताओं के बीच हैं। उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला भी समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच ही दिखाई दे रहा है। दोनों दलों ने उत्तर प्रदेश में पूरा दमखम लगा दिया है। इन सबके बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर में अखिलेश यादव पर जमकर प्रहार किया है। अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी से जनता पूरी तरह खफा है। उन्होंने अखिलेश पर तंज भरे लहजे में कहा कि आगामी 10 मार्च के बाद सपा प्रमुख कहेंगे अबकी फिर ईवीएम बेवफा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में माफिया, गुंडे, दंगाइयों पर न सिर्फ बुलडोजर चलाया बल्कि प्रदेश वासियों को सुरक्षा का चक्र भी दिया।
अनुराग ठाकुर ने हमला जारी रखते हुए कहा कि कहा, ये नई सपा नहीं, ये वही सपा है, जिससे जनता पूरी तरह खफा है। अब 10 मार्च को सपा प्रमुख अखिलेश जी कहेंगे कि अबकी फिर ईवीएम बेवफा है। आपको बता दें कि विपक्ष लगातार ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता रहा है। अखिलेश यादव भी कई दफा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठा चुके हैं। यही कारण है कि भाजपा की ओर से एक बार फिर से अखिलेश यादव पर तंज कसा जा रहा है। भाजपा यह दावा कर रही है कि 10 मार्च को राज्य में एक बार फिर से उसकी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। इतना ही नहीं, भाजपा की ओर से अखिलेश यादव के वादों को लेकर भी तंज कसा जा रहा है।
अनुराग ठाकुर ने ने 300 यूनिट मुफ्त बिजली के सपा के वादे को लेकर तंज करते हुए कहा, सपा सरकार में बिजली के तार कपड़े सुखाने के काम आते थे। जिनके कार्यकाल में एक माह में 300 घंटे भी बिजली मिलना मुश्किल था, वो 300 यूनिट फ्री बिजली देने की बात कहते हैं, तो संदेह होता है। जिन्होंने प्रदेश को गुंडाराज, भ्रष्टाचार और दंगाराज दिया, उन पर जनता कैसे भरोसा कर सकती है। उन्होंने कहा कि सपा गठबंधन की पहली सूची देखें तो जिनको उसने टिकट दिया है, वे सपा के उम्मीदवार नहीं, जनता की उम्मीदों पर वार करने वाले लोग हैं। इनमें कोई जेल में है तो कोई बेल पर है। ठाकुर ने कहा कि सपा के आईटी सेल का पूरा मतलब इनकम फ्रॉम टेरर है, जिसमें अतीक, यूनुस खान और नाहिद हसन जैसे गुंडे और दंगाई हैं, जिनकी वजह से उद्योगपतियों, व्यापारियों और आम लोगों को पलायन करना पड़ जाता था।