Chandigarh/Atulya Loktantra: हरियाणा के प्राथमिक व मिडिल स्कूलों में केंद्र सरकार के अनलॉक-4 की गाइडलाइन लागू करने का फैसला राज्य सरकार ने वापस ले लिया है। अब 50 फीसदी शैक्षणिक व 50 फीसदी गैर शैक्षणिक स्टाफ की जगह दोनों श्रेणी का सौ प्रतिशत स्टाफ स्कूलों में बुलाया जाएगा। 31 अगस्त को मौलिक शिक्षा विभाग ने अनलॉक-4 के दिशा-निर्देश लागू करने का पत्र जारी कर दिया था। इसे पहली सितंबर को देर शाम वापस ले लिया गया।
अब स्टाफ को कोई रियायत नहीं मिलेगी। पूर्व की तरह सभी शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को स्कूल में आना होगा। मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 31 अगस्त को जारी पत्र को रद्द माना जाए। उसे निदेशालय ने वापस ले लिया है। स्कूलों में पूर्व की भांति ही पूरा स्टाफ उपस्थित होगा।
यह है अनलॉक-4 में प्रावधान
21 सितंबर से 50 प्रतिशत तक शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों को ऑनलाइन कोचिंग, टेली-काउंसलिंग और अन्य कार्यों के लिए निर्धारित समय में स्कूलों में बुला सकते हैं।
स्कूलों में चल रहा परिवार पहचान पत्र बनाने का काम
इन दिनों स्कूलों में परिवार पहचान पत्र बनाने का काम चल रहा है। इसमें शिक्षक, गैर शिक्षक स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। इसलिए ही मौलिक शिक्षा विभाग पूरे स्टाफ को स्कूलों में बुलाने की व्यवस्था जारी रखेगा। हालांकि, स्कूलों में परिवार पहचान पत्र बनाने का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। स्कूलों में सर्वर काम ही नहीं कर रहा। दस्तावेज न तो स्कैन हो रहे, न ही अपलोड। इससे फॉर्म भरने के बाद अपलोड करने पर ‘रिजल्ट फेल’ लिखा आ रहा है।
शिक्षा मंत्री बोले- घटनाएं घटती रहती हैं, डर कर नहीं बैठना चाहिए
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा है कि घटनाएं घटती रहती हैं, डर कर नहीं बैठना चाहिए। कोरोना से पहले क्या घटनाएं नहीं घटी। दसवीं से बारहवीं की कक्षाएं शुरू करने के वे पक्षधर हैं। केंद्र सरकार के निर्णय अनुसार ही बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा।